बहारों के सपने वाक्य
उच्चारण: [ bhaaron k sepn ]
उदाहरण वाक्य
- खत के बाद उन्होंने राज, बहारों के सपने और औरत के रूप जैसी कई फिल्में की लेकिन 1969 में आई फिल्म ' आराधना ' ने उन्हें रातों रात एक स्ट्रगलिंग स्टार से सुपर स्टार बना दिया।
- राजेश खन्ना की शुरुआत ‘ आखिरी खत ', ‘ बहारों के सपने ' और ‘ राज ' जैसी फिल्मों से हुई, लेकिन 1969 में आई ‘ अराधना ' ने उन्हें रातों रात स्टार बना दिया.
- शुरुआती दौर की ‘ आखिरी खत ', ‘ बहारों के सपने ' और ‘ राज ' जैसी कुछ फिल्में बॉक्स औफिस पर कोई पहचान नहीं बना सकीं, पर राजेश खन्ना को लोगों ने काफी पसंद किया।
- फ़िल्म ' बहारों के सपने ' के लता मंगेशकर के गाए गीत “ क्या जानू सजन होती है क्या ग़म की शाम ” के अन्तरों में बोलों के पार्श्व में एक दूसरी आवाज़ भी आलाप लेती सुनाई पड़ती है।
- इसके बाद “ राज ”, “ बहारों के सपने ”, “ औरत के रूप ” जैसी कई फिल्में उन्होंने कीं लेकिन उन्हें असली कामयाबी 1969 में “ आराधना ” से मिली जो उनकी पहली प्लेटिनम जयंती सुपरहिट फिल्म थी।
- राजेश खन्ना ने ' बहारों के सपने ', ' औरत ', ' डोली ' और ' इत्तेफाक ' जैसी शुरुआती सफल फिल्में दीं, लेकिन 1969 में आई ' आराधना ' ने बॉलिवुड में ' काका ' के दौर की शुरुआत कर दी।
- इस बैनर के तले उन्होंने जब प्यार किसी से होता है [1961], फिर वही दिल लाया हूं [1963], तीसरी मंजिल [1966], बहारों के सपने [1967]़ प्यार का मौसम [1969], कारवां [1971], यादों की बारात [1973], हम किसी से कम नहीं [1977] जैसी संगीतमय हिट फिल्में दीं।
- ऐसे संदेशों से भी क्या कभी चेतनाओं पर जमी गर्द झड़ सकेगी? स्थायित्व को प्राप्त हो चुका पतझड़ का मौसम क्या कभी बहारों के सपने देख सकेगा? होली के गुलाल का रंग अपना आकर्षण क्यों खोता जा रहा है? सिर्फ़ प्रश्न ही प्रश्न ।
- फिर वही दिल लाया हूं, तीसरी मंजिल, बहारों के सपने, प् यार का मौसम, कारवां, यादों की बारात, हम किसी से कम नहीं, ज़माने को दिखाना है, क़यामत से क़यामत तक, जो जीता वही सिकंदर और अकेले हम अकेले तुम।
- रतनतुझे पाके मैं हर खुशी पा गयाज्यों सौ साल की जिंदगी पा गया बहारों के सपने भी आने लगेखिजां दूर पलकों से जाने लगेतू है साथ हर सादगी पा गयाज्यों सौ साल की जिंदगी पा गया हुए साथ भंवरे भी गाने लगेथे वीराने जो मुस्कुराने लगेथा सूना जो दिल आशिकी पा गयाज्यों...