भट्टि वाक्य
उच्चारण: [ bhetti ]
उदाहरण वाक्य
- कालिदास, कुमारदास, भट्टि, प्रवरसेन जैसे कवियों और भास, भवभूति, दिङनाग जैसे नाटककारों ने राम के मानवीय रूप को अक्षुण्ण रखा है दसवीं-ग्यारहवीं शताब्दी में भारतीय भाषाओं ने संस्कृति और प्राकृत से पल्ला छुड़ाकर नया रूप ग्रहण किया तो इन भाषाओं में भावना की तुष्टि के लिए संस्कृत से स्वतंत्र भक्ति साहित्य की आवश्यकता हुई।