भारतीय लोक कला मण्डल वाक्य
उच्चारण: [ bhaaretiy lok kelaa mendel ]
उदाहरण वाक्य
- आप हिन्दी साहित्य, संस्कृति और विचार पर एकाग्र पत्रिकाओं '' पुरोवाक् '' (श्रवण संस्थान, उदयपुर) और '' बहुवचन '' (महात्मा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा) के संस्थापक सम्पादक रहे हैं और लोक-अन्वीक्षा पर एकाग्र दो पुस्तकों '' लोक '' व '' लोक का आलोक '' नामक दो वृहद् ग्रन्थों के सम्पादन सहित भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर की त्रैमासिक पत्रिका '' रंगायन '' का भी बरसों तक सम्पादन किया है।