भारवि वाक्य
उच्चारण: [ bhaarevi ]
उदाहरण वाक्य
- शरद की शस्याच्छादित धरती, वाल्मीकि से लेकर भारवि तक के मन को
- महाकवि भारवि ने भाषा की दूसरी विशेषता पद-शुचिता पर बल दिया है।
- विशेषता है, अतः यह शृंखला यहाँ समाप्त होगी, तथापि महाकवि भारवि ने
- यह रूप महाकवि भारवि के संस्कृत काव्य किरातर्जुनीयम् में वर्णित भी है।
- ~ भारवि वही प्रशंसनीय है जो विपत्ति में अपना स्वभाव नहीं छोड़ता।
- ~ भारवि सभी मनुष्यों की श्रद्धा उनके अंत: करण के अनुरूप होती है।
- महाकवि भारवि ने भाषा की दूसरी विशेषता पद-शुचिता पर बल दिया है।
- महाकवि भारवि कहते हैं की काव्य की भाषा ऐसी होनी चाहिए जो
- भारवि, माघ, भवभूति ने भी कदंब का सम्मानजनक वर्णन किया है।
- और तो और, भारवि का कामजयी नायक भी, जिसे कभी स्वर्ग की अप्सरा