भैरोपुर वाक्य
उच्चारण: [ bhairopur ]
उदाहरण वाक्य
- सैयद षाह निजामुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह उर्फ चिस्ती बाबा यहां ज्ञान प्राप्त करने के इरादे से परिवार सहित भारत आए थे उन्हें भैरोपुर स्थान ज्ञान प्राप्ति के लिए उपयुक्त लगा फिर उन्होने भैरोपुर स्थान के मालिक भैरो बाबा से पूरा स्थान अपने लिए मांगा जिससे भैरो बाबा ने उनसे कहा कि इस स्थान के बदले उन्हें क्या मिलेगा इसके उत्तर में बाबा ने कहा कि इस स्थान को भैरोपुर दरगाह के नाम से जाना जाएगा।
- सैयद षाह निजामुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह उर्फ चिस्ती बाबा यहां ज्ञान प्राप्त करने के इरादे से परिवार सहित भारत आए थे उन्हें भैरोपुर स्थान ज्ञान प्राप्ति के लिए उपयुक्त लगा फिर उन्होने भैरोपुर स्थान के मालिक भैरो बाबा से पूरा स्थान अपने लिए मांगा जिससे भैरो बाबा ने उनसे कहा कि इस स्थान के बदले उन्हें क्या मिलेगा इसके उत्तर में बाबा ने कहा कि इस स्थान को भैरोपुर दरगाह के नाम से जाना जाएगा।
- मध्य प्रदेश के होशंगावाद जिले की सिवनी मालवा तहसील के आदीवासी वनॉचलों अनेक ग्रामों में जैसे सांभरधा, ढेकना, लोखरतलाई, नंदरबाडा, लही, भैरोपुर, बिसौनी, बराखड, भरलाय आदी अनेक ग्रामों में झंडा तोडना वीर धुमाना, निशान चढानें का क्रम एक दिन एक तिथि निश्चित होती है चाहे वह दिन पूर्णिमा, पडवा, द्वितिया, रंगपंचमी या रामनवमीं ही क्यों न हो यह क्रम पड़वा से गुडी पड़वा तक चलता रहता है।
- लोगों का कहना है कि सैयद निजामुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह उर्फ चिस्ती बाबा इराक के रहने वाले थे और वह सात सौ साल पूर्व ज्ञान प्राप्त करने के इरादे से परिवार सहित भारत आए थे भैरोपुर स्थान उन्हें ज्ञान प्राप्ति के लिए उपयुक्त लगा फिर उन्होने भैरोपुर स्थान के मालिक भैरो बाबा से पूरा स्थान अपने लिए मांगा जिससे भैरो बाबा ने उनसे कहा कि इस स्थान के बदले मुझे क्या मिलेगा इसके उत्तर में बाबा ने कहाकि इस स्थान को भैरोपुर दरगाह के नाम से जाना जाएगा।
- लोगों का कहना है कि सैयद निजामुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह उर्फ चिस्ती बाबा इराक के रहने वाले थे और वह सात सौ साल पूर्व ज्ञान प्राप्त करने के इरादे से परिवार सहित भारत आए थे भैरोपुर स्थान उन्हें ज्ञान प्राप्ति के लिए उपयुक्त लगा फिर उन्होने भैरोपुर स्थान के मालिक भैरो बाबा से पूरा स्थान अपने लिए मांगा जिससे भैरो बाबा ने उनसे कहा कि इस स्थान के बदले मुझे क्या मिलेगा इसके उत्तर में बाबा ने कहाकि इस स्थान को भैरोपुर दरगाह के नाम से जाना जाएगा।
- लोगों का कहना है कि सैयद निजामुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह उर्फ चिस्ती बाबा इराक के रहने वाले थे और वह सात सौ साल पूर्व ज्ञान प्राप्त करने के इरादे से परिवार सहित भारत आए थे भैरोपुर स्थान उन्हें ज्ञान प्राप्ति के लिए उपयुक्त लगा फिर उन्होने भैरोपुर स्थान के मालिक भैरो बाबा से पूरा स्थान अपने लिए मांगा जिससे भैरो बाबा ने उनसे कहा कि इस स्थान के बदले मुझे क्या मिलेगा इसके उत्तर में बाबा ने कहाकि इस स्थान को भैरोपुर दरगाह के नाम से जाना जाएगा।
- गोदाम मरम्मत का काम गुरजघांट, आँचलखेडा, बागलखेडी, धामनियां, भमेडी, सोमलवाडा, नंदरवाड़ा, पिपलानी कलॉ, रमपुरा, देबगांब, पिपलिया, तरोंदाकलॉ, उमरघा, चांदोल, मसकजरा, मालनवाडा, पलिया पिपरिया, कोठरा इन सभी संस्थाओं में डिपाजिट काउण्टर एवं फ़र्नीचर के लिए अलग से राशि स्वीकृत की गई है जिन संस्थाओं में बाउण्ड्रीबॉल स्वीकृत की गई है उनमे केसला, रीछी, भैंसादेह, बिसोनीकलॉ, लौघडी, घामनियां, भमेडी, रमपुरा, पलिया पिपरिया, कोठरा, भैरोपुर में बाउण्ड्रीबॉल के लिए राशि स्वीकृत किए गए है।