मसौढी वाक्य
उच्चारण: [ mesaudhi ]
उदाहरण वाक्य
- मसौढी का नाम आते ही इसमें नक्सलवाद की बू आती है क्यूंकि बिहार में नक्सलवाद की जन्मस्थली मसौढी ही रही है ऐसे में मसौढीवासियों के लिये तारेगना का खगोलविग्यान का केंद्र में होना खूब भा रहा है ।
- मसौढी का नाम आते ही इसमें नक्सलवाद की बू आती है क्यूंकि बिहार में नक्सलवाद की जन्मस्थली मसौढी ही रही है ऐसे में मसौढीवासियों के लिये तारेगना का खगोलविग्यान का केंद्र में होना खूब भा रहा है ।
- अगर आप पटना से गया बरास्ता मसौढी, जहानाबाद या फिर फतुहा हिलसा इस्लामपुर, नवादा बिहारशरीफ किधर को भी निकल जाएँ, ताडी के मतवालों की भीड़ ताड़ पेड़ के इर्द गिर्द बाग़ बगीचों में बैठी मिल जायेगी.
- अगर आप पटना से गया बरास्ता मसौढी, जहानाबाद या फिर फतुहा हिलसा इस्लामपुर, नवादा बिहारशरीफ किधर को भी निकल जाएँ, ताडी के मतवालों की भीड़ ताड़ पेड़ के इर्द गिर्द बाग़ बगीचों में बैठी मिल जायेगी.
- इन 35 सीटों में शेखपुरा जिले की बरबी एवं शेखपुरा, नालंदा की आस्थावां, बिहारशरीफ, राजगीर (अजा), इस्लामपुर, हिलसा, नालंदा एवं हरनौत, पटना की फुलवारी (अजा), मसौढी (अजा), पालीगंज एवं विक्रम, भोजपुर की संदेश, बरहरा, आरा, अगिआवं (अजा), तरारी, जगदीशपुर एवं शाहपुर शामिल हैं।
- आठ जिलों में विधानसभा की इन 35 सीटों में से नक्सल प्रभावित और संवेदनशील 14 विधानसभा सीटों पर आज मतदान अपराह्न तीन बजे ही समाप्त हो गया इनमें फुलवारी, मसौढी, पालीगंज, विक्रम, अरवल, कुर्था, जहानाबाद, घोषी, मखदुमपुर, बोधगया, रजौली, गोविंदपुर, इस्लामपुर और अतरी शामिल है।
- नक्सल प्रभावित फुलवारी, मसौढी, पालीगंज, विक्रम, अरवल, कुर्था, जहानाबाद, घोषी, मखदुमपुर, बोधगया, रजौली, गोविंदपुर, इस्लामपुर और अतरी में मतदान का समय सुबह सात बजे से अपराह्न तीन बजे तक तथा हिलसा, बेलागंज और वजीरगंज में मतदान का समय सुबह सात बजे से अपराह्न चार बजे तक निर्धारित किया गया है।
- इन 35 सीटों में शेखपुरा जिले की बरबीघा एवं शेखपुरा, नालंदा की आस्थावाँ, बिहारशरीफ, राजगीर (अजा), इस्लामपुर, हिलसा, नालंदा एवं हरनौत, पटना की फुलवारी (अजा), मसौढी (अजा), पालीगंज एवं विक्रम, भोजपुर की संदेश, बरहरा, आरा, अगिआवं (अजा), तरारी, जगदीशपुर एवं शाहपुर शामिल हैं।
- स्टेशन का नाम तारेगना है क्यूंकि तारेगना गांव के जमींदारों ने अंग्रेजों को स्टेशन के निर्माण के लिये जमीन इसी शर्त पर दिया था कि इसका नामकरण मेरे गांव पर होना चाहिये..शहर का नाम मसौढी है..जब तारेगना का नाम विश्व फलक पर अपनी चमक बिखेर रहा है तो अब मसौढी के लोग भी पूरे शहर का नाम तारेगना मे तब्दिल करने पर राजी हो गये है ।
- स्टेशन का नाम तारेगना है क्यूंकि तारेगना गांव के जमींदारों ने अंग्रेजों को स्टेशन के निर्माण के लिये जमीन इसी शर्त पर दिया था कि इसका नामकरण मेरे गांव पर होना चाहिये..शहर का नाम मसौढी है..जब तारेगना का नाम विश्व फलक पर अपनी चमक बिखेर रहा है तो अब मसौढी के लोग भी पूरे शहर का नाम तारेगना मे तब्दिल करने पर राजी हो गये है ।