महातल वाक्य
उच्चारण: [ mhaatel ]
उदाहरण वाक्य
- एक नीला आईना बेठोस / शमशेर बहादुर सिंह ~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~ एक नीला आईना बेठोस-सी यह चाँदनी और अंदर चल रहा हूँ मैं उसी के महातल के मौन में ।
- मैं नहीं सिन्धु की सुता ; तलातल-अतल-वितल-पाताल छोड़, नीले समुद्र को फोड़ शुभ्र, झलमल फेनांकुश में प्रदीप्त नाचती उर्मियॉ के सिर पर मैं नहीं महातल से निकली.
- तत्वज्ञानी पुरुषों के अनुसार पाताल विराट भगवान के तलवे, रसातल उनके पंजे, महातल उनकी एड़ी के ऊपर की गाँठें, तलातल उनकी पिंडली, सुतल उनके घुटने, वितल और अतल उनकी जाँघें तथा भूतल उनका पेडू है।
- विष्णुपुराण में पृथ्वी के दूसरी ओर के सात क्षेत्रों का वर्णन है-अतल, वितल, नितल, गर्भास्तमत (भारत के एक खंड को भी कहते हैं), महातल, सुतल और पाताल।
- तल, वितल, सुतल, तलातल, पाताल, धरातल और महातल को ऋषियों ने पहले ही जान लिया था उनकी व्याख्या “ सुखसागर ” आदि ग्रंथों में बहुत ही विस्तृत रूप से की गई है.
- नाम उनके हैं, अतल, वितल, सुतल, तलातल, रसातल, महातल, पाताल, परन्तु उनको नरक नहीं माना गया है, जैसा आप को देवी भागवत का प्रमाण पढ़ने से ज्ञात हो चुका है।
- तत्वज्ञानी पुरुषों के अनुसार पाताल विराट भगवान के तलवे, रसातल उनके पंजे, महातल उनकी एड़ी के ऊपर की गाँठें, तलातल उनकी पिंडली, सुतल उनके घुटने, वितल और अतल उनकी जाँघें तथा भूतल उनका पेडू है।
- ये पाताल लोक इस प्रकार से हैं:-# अतल # वितल # नितल # गभस्तिमान # महातल # सुतल # पाताल सुन्दर महलों से युक्त वहां की भूमियां शुक्ल, कृष्ण, अरुण और पीत वर्ण की तथा शर्करामयी (कंकरीली), शैली (पथरीली) और सुवर्णमयी हैं।
- (i) अतल (ii) वितल (iii) नितल (iv) गभस्तिमान (v) महातल (vi) सुतल (vii) पाताल सुन्दर महलों से युक्त वहां की भूमियां शुक्ल, कृष्ण, अरुण और पीत वर्ण की तथा शर्करामयी (कंकरीली), शैली (पथरीली) और सुवर्णमयी हैं।
- यंत्र का बिंदुचक्र सत्यलोक, त्रिकोण तपोलोक, अष्टकोण जनलोक, अंतर्दशार महर्लोक, बहिर्दशार स्वर्लोक, चतुर्दशार भुवर्लोक, प्रथम वृत्त भूलोक, अष्टदल कमल अतल, अष्टदल कमल का बाह्य वृŸा वितल, षोडशदल कमल सुतल, वृŸात्रय या त्रिवृŸा तलातल, प्रथम रेखा भूपुर महातल, द्वितीय रेखा भूपुर रसातल और तृतीय रेखा भूपुर पाताल है।