महादेव गोविंद रानाडे वाक्य
उच्चारण: [ mhaadev gaovined raanaad ]
उदाहरण वाक्य
- पहली धारा में मुख्य रूप से दयानंद सरस्वती महादेव गोविंद रानाडे, विवेकानंद जैसे तेजस्वी पुरुष उभरें दूसरी धारा में गाँधीजी से लेकर नेहरू, तिलक, लाला लाजपतराय, विपिनचंद्र पाल जैसे नेताओं की लंबी श्रृंखला थी।
- श्री महादेव गोविंद रानाडे जैसे प्रसिद्ध पुरुष ने जब अपनी पत्नी रमाबाई को प्रेरणा देकर अंग्रेजी पढ़ना प्रारंभ किया, तो उनके घर की अन्य स्त्रियों ने उन्हें इतना तंग किया कि वह परेशान हो गईं।
- भारतीय नवजागरण के प्रणेता स्वामी दयानंद सरस्वती, ज्योतिबा फुले, महादेव गोविंद रानाडे, गोपाल कृष्ण गोखले, जानकीनाथ घोषाल आदि से लेकर महात्मा गांधी, डा. भीमराव अंबेडकर और डा. राममनोहर लोहिया तक के नेताओं के विचारों तथा संघर्ष ने इसका स्वरूप निश्चित किया था।
- सन् 1891 में जब वे देशभक्त और समाज सेवी गोपालकृष्ण गोखले, दादा भाई नौरोजी और महादेव गोविंद रानाडे जैसे महापुरुषों के पद चिह्नों पर चलते हुए समाज सेवा के क्षेत्र में कुछ सार्थक करने की योजना बना रहे थे, उन्हीं दिनों उनकी पत्नी 'राधाबाई' का निधन हो गया।
- जिन अन्य भारतीयों ने इस संस्था की स्थापना में सहयोग किया, उनमें सर्वश्री महादेव गोविंद रानाडे (सन् 1842-1904), उमेश चंद्र बनर्जी, दादाभाई नवरोजी 3 (सन् 1825-1917), फिरोज शाह मेहता (सन् 1825-1915), रघुनाथ राव, गंगा प्रसाद वर्मा, मुंशी नवल किशोर 4 (सन् 1836-1895) आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।
- पुणे केसरी नामक समाचारपत्र के अनुसार श्री तलपदे ने सन् 1895 में एक दिन (दुर्भाग्य से से सही दिनांक की जानकारी नहीं है) बंबई वर्तमान (मुंबई) के चौपाटी समुद्रतट में उपस्थित कई जिज्ञासु व्यक्तियों, जिनमें भारतीय अनेक न्यायविद्/राष्ट्रवादी सर्वसाधारण जन के साथ ही महादेव गोविंद रानाडे और बड़ौदा के महाराज सायाजी राव गायकवाड़ जैसे विशिष्टजन सम्मिलित थे, के समक्ष अपने द्वारा निर्मित “चालकविहीन” विमान “मारुतशक्ति” के उड़ान का प्रदर्शन किया था।
- पुणे केसरी नामक समाचारपत्र के अनुसार श्री तलपदे ने सन् 1895 में एक दिन (दुर्भाग्य से से सही दिनांक की जानकारी नहीं है) बंबई वर्तमान (मुंबई) के चौपाटी समुद्रतट में उपस्थित कई जिज्ञासु व्यक्तियों, जिनमें भारतीय अनेक न्यायविद्/राष्ट्रवादी सर्वसाधारण जन के साथ ही महादेव गोविंद रानाडे और बड़ौदा के महाराज सायाजी राव गायकवाड़ जैसे विशिष्टजन सम्मिलित थे, के समक्ष अपने द्वारा निर्मित “चालकविहीन” विमान “मारुतशक्ति” के उड़ान का प्रदर्शन किया था।
- occultist आंदोलन थियोसोफिकल के सदस्यों द्वारा 1885 में स्थापित समाज: एलन Octavian ह्यूम, दादाभाई नौरोजी, Dinshaw Wacha, Womesh चंद्रा Bonnerjee, सुरेंद्रनाथ बनर्जी, Monomohun घोष, महादेव गोविंद रानाडे और विलियम वेडरबर्न, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता बने पर 15 लाख सदस्यों के साथ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन है, और 70 से अधिक मिलियन भारत में अपनी ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष में भाग लेने.
- पुणे केसरी नामक समाचारपत्र के अनुसार श्री तलपदे ने सन् 1895 में एक दिन (दुर्भाग्य से से सही दिनांक की जानकारी नहीं है) बंबई वर्तमान (मुंबई) के चौपाटी समुद्रतट में उपस्थित कई जिज्ञासु व्यक्तियों (जिनमें अनेक भारतीय न्यायविद्/ राष्ट्रवादी सर्वसाधारण जन के साथ ही महादेव गोविंद रानाडे और बड़ौदा के महाराज सायाजी राव गायकवाड़ जैसे विशिष्टजन सम्मिलित थे) के समक्ष अपने द्वारा निर्मित “चालकविहीन ” विमान “मारुतशक्त ि” के उड़ान का प्रदर्शन किया था।
- पुणे केसरी नामक समाचारपत्र के अनुसार श्री तलपदे ने सन् 1895 में एक दिन (दुर्भाग्य से से सही दिनांक की जानकारी नहीं है) बंबई वर्तमान (मुंबई) के चौपाटी समुद्रतट में उपस्थित कई जिज्ञासु व्यक्तियों, जिनमें भारतीय अनेक न्यायविद् / राष्ट्रवादी सर्वसाधारण जन के साथ ही महादेव गोविंद रानाडे और बड़ौदा के महाराज सायाजी राव गायकवाड़ जैसे विशिष्टजन सम्मिलित थे, के समक्ष अपने द्वारा निर्मित “ चालकविहीन ” विमान “ मारुतशक्ति ” के उड़ान का प्रदर्शन किया था।