महाराजा सवाई जयसिंह वाक्य
उच्चारण: [ mhaaraajaa sevaae jeysinh ]
उदाहरण वाक्य
- सबसे सुंदर छतरी जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जयसिंह की है, जिसकी एक अनुकृति लंदन के 'केनसिंगल म्यूजियम' में रखी गई है।
- सम्वत् 1643 में महाराजा सवाई जयसिंह के अश्व मेघ यज्ञ में सर्व ब्राह्मणों की सम्मति से ' छ:न्याति संघ' की स्थापना की गई।
- जयपुर शैली का विकास महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय के काल से शुरू होता हैं, जब 1727 ई. में जयपुर की स्थापना हुई।
- गणित, ज्योतिष और खगोलशास्त्र में अपने अनोखे अंशदान के लिए प्रख्यात महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय को 'पोप ग्रेगोरे ऑफ इंडिया' की उपाधि दी गई है।
- नाड़ी यंत्र के साथ जयपुर के महाराजा सवाई जयसिंह की प्रतिमा को दर्शाया गया है जिसमें जयपुर के विशेष स्थापत्य द्वार का नमूना बनाया गया है।
- महाराजा सवाई जयसिंह [द्वितीय] का एक खगोलशास्त्री के रूप में परिचय-आप सब पिछली पहेलियों में जानचुके हैं कि सवाई जयसिंह कौन थे और उनके पूर्वज कौन थे.
- गणित, ज्योतिष और खगोलशास्त्र में अपने अनोखे अंशदान के लिए प्रख्यात महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय को ' पोप ग्रेगोरे ऑफ इंडिया ' की उपाधि दी गई है।
- मीणा कॉलोनी गृह निर्माण सहकारी समिति के सचिव सुरेशचंद्र जैन ने दावा किया है कि यह जमीन सोसायटी ने महाराजा सवाई जयसिंह बेनीवोलेंट ट्रस्ट से 1982 में खरीदी थी।
- जयपुर की बसावट के साथ ही तत्कालीन महाराजा सवाई जयसिंह [द्वितीय] ने जंतर-मंतर का निर्माण कार्य शुरू करवाया, महाराजा ज्योतिष शास्त्र में दिलचस्पी रखते थे और इसके ज्ञाता थे।
- महाराजा सवाई जयसिंह (सन् 1700-1743) ने भी आमेर के जयगढ़ दुर्ग में रंगमंच का निर्माण करवाया था जो पूर्णतया संरक्षित किया सवाई रामसिंह द्वितीय ने।