महावीर स्वामी जी वाक्य
उच्चारण: [ mhaavir sevaami ji ]
उदाहरण वाक्य
- ईस्वी सन् 1277 (विक्रम सम्वत-1333) के एक पुरातन शिलालेख पर जैन धर्म के अंतिम तीर्थंकर महावीर स्वामी जी के जीवंत स्वामी स्वरुप मे यहा पधारने के उल्लेख है।
- तब अपनी फेसबुक की प्रोफाइल में जितने भी जैन मित्र हो उनको ' होम ' पेज पर जाकर बांये लिखे “ तीर्थंकर महावीर स्वामी जी ” पर क्लिक करके दांये देखें.
- वर्ष १९७५ में १००८ भगवान महावीर स्वामी जी के २५००वें निर्वाण वर्ष अवसर पर समस्त जैन समुदायों ने जैन धर्म के प्रतीक चिह्न का एक स्वरूप बनाकर उस पर सहमति प्रकट की थी।
- लेकिन जैन धर्म के अब तक के इतिहास को देखते हुए कह रहा हूँ कि-आज तक भगवान महावीर स्वामी जी का नाम का गुणगान करते हुए किसी के प्राण नहीं निकले हैं.
- वर्ष १९७५ में १००८ भगवान महावीर स्वामी जी के २५००वें निर्वाण वर्ष अवसर पर समस्त जैन समुदायों ने जैन धर्म के प्रतीक चिह्न का एक स्वरूप बनाकर उस पर सहमति प्रकट की थी।
- भूमिका वर्ष १९७५ में १००८ भगवान महावीर स्वामी जी के २५००वें निर्वाण वर्ष अवसर पर समस्त जैन समुदायों ने जैन धर्म के प्रतीक चिह्न का एक स्वरूप बनाकर उस पर सहमति प्रकट की थी।
- शकुंतला प्रेस ऑफ इण्डिया प्रकाशन परिवार भगवान महावीर स्वामी जी से प्रार्थना करता है कि गुरुदेव दिनेशराय द्विवेदी के पूरे परिवार को स्वस्थ रखे और उनकी यश कीर्ति दुनिया के चारों दिशाओं में गतिमान हो.
- उसको ओके करते ही आप तीर्थंकर महावीर स्वामी जी ब्लॉग http: //tirthnkarmahavir.blogspot.com से जुड़ जायेंगे. उपरोक्त तीर्थंकर महावीर स्वामी जी समुदाय में आप स्वयं भी शामिल हो और दूसरों को भी शामिल होने के लिए प्रेरित करें.
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