मिश्रबंधु वाक्य
उच्चारण: [ misherbendhu ]
उदाहरण वाक्य
- आलोचना का यह पक्ष आधुनिकता से रहित है, परंतु मिश्रबंधु रसिकता को कुछ कुछ तार्किकता से जोड़ते हुए आधुनिकता का मार्ग प्रशस् त करते हैं ।
- वहां मिश्रबंधु भवन के समीप एक मकान के समाने काफी बड़ी पट्टी बनी है जिस पर हम सब मित्र बैठकर खूब गपियाते थे और हास परिहास का दौर चलता था.
- मिश्रबंधु, डॉ. श्यामसुंदरदास, आचार्य रामचंद्र शुक्ल, डॉ. दीनदयालु गुप्त, आचार्य क्षितिमोहन सेन आदि ने इस संबंध में जो तिथियाँ निर्धारित की हैं उनमें पर्याप्त अंतर है।
- उनके लेख हिंदी भाषा की उत्पत्ति, कालिदास की निरंकुशता, मिश्रबंधु का हिंदी नवरत्न, तिलक का गीता भाष्य और ऐसे अन्य अनेक आलोचनात्मक लेख तथा टिप्पणियां द्विवेदीजी की जाग्रत प्रतिभा का परिचय कराते हैं।
- रीतिकाल में रत् नाकर त्रिपाठी के चार बेटों में से तीन चिंतामणि, भूषण, मतिराम तो उच् च कोटि के कवि थे ही, द्विवेदी युग में मिश्रबंधु की प्रतिभा भी असंदिग् ध ही है ।
- 1764 वि. मानकर मिश्रबंधु और रामचंद्र शुक्ल आदि ने उक्त समय को ही कवि का मृत्युका होने का गलत अनुमान लगाया है जबकि उक्त रचना की उपलब्ध प्रति में अंतिम वर्णित घटना “लोहागढ़, विजय” है, जिसका समय है सं.
- पं0 गणेश बिहारी मिश्र की मिश्रबंधु विनोद के अनुसार 1900 की खोज में इनकी कुछ अन्य रचनाओं ‘विचार माला ' तथा ‘ध्रुव-चरित' और ‘नाम-संकीर्तन' के संबंध में भी जानकारियाँ मिलते हैं परन्तु इस संबंध में अब तक प्रामाणिकता का अभाव है।
- कवियों का बड़ा भारी इतिवृत्तसंग्रह (मिश्रबंधु विनोद) तैयार करने के पहले मिश्रबंधुओं ने ' हिन्दी नवरत्न ' नामक समालोचनात्मक ग्रंथ निकाला था जिसमें सबसे बढ़कर नई बात यह थी कि ' देव ' हिन्दी के सबसे बड़े कवि हैं।
- तीन भाईयों गणेश बिहारी मिश्र, श् याम बिहारी मिश्र तथा शुकदेव बिहारी मिश्र के साहित्यिक अवदान को हम लोग सामूहिक रूप से मिश्रबंधु के ही नाम से जानते हैं तथा इतिहास के इस अनोखे पहलू को इसी रूप में स् वीकार करते हैं ।
- सन् 1913 में इस सारी सामग्री का उपयोग करके मिश्रबंधुओं (श्रीयुत् पं श्यामबिहारी मिश्र आदि) ने अपना बड़ा भारी कविवृत्त-संग्रह ' मिश्रबंधु विनोद ', जिसमें वर्तमान काल के कवियों और लेखकों का भी समावेश किया गया है, तीन भागों में प्रकाशित किया।