मेरी आवाज़ ही पहचान है वाक्य
उच्चारण: [ meri aavaaj hi phechaan hai ]
उदाहरण वाक्य
- नाम ग़ुम जायेगा, चेहरा ये बदल जायेगा मेरी आवाज़ ही पहचान है ग़र याद रहे वक़्त के सितम कम हसीं नहीं, आज हैं यहाँ कल कहीं नहीं वक़्त के परे अगर मिल गए कहीं, मेरी आवाज़ ही पहचान है...
- मुझे गाना याद आ रहा है...“ नाम गुम जाएगा, चेहरा ये बदल जाएगा, मेरी आवाज़ ही पहचान है गर याद रहे ”....जो एक-एक शब्द हम लिख रहे हैं, वह सब इतिहास में दर्ज होता जा रहा है...
- ' मेरी आवाज़ ही पहचान है ' शृंखला के तहत इन दिनों आप सुन रहे हैं लता मंगेशकर के गाए गुज़रे ज़माने के कुछ ऐसे भूले बिसरे नग़में जो बेहद दुर्लभ हैं और जिन्हे हमें उपलब्ध करवाया है नागपुर निवासी अजय देशपाण्डे जी ने, जिनका हम दिल से आभारी हैं।
- ' ओल्ड इज़ गोल्ड ' के पुराने दोस्तों को याद होगा कि पिछले साल करीब करीब इसी समय हमने लता जी के दुर्लभ गीतों पर एक शृंखला आयोजित की थी ' मेरी आवाज़ ही पहचान है ', जिसके लिए १ ० दुर्लभ गानें चुन कर हमें भेजे थे अजय जी ने।
- यह वो आवाज़ है जो कभी हमारा हाथ पकड़ के बचपन की गलियों में, कभी गाँवों की मेडों पर दूर किसी राह पर ले जाती है जहाँ यादों के साथ साथ ज़िंदगी के कितने ही रंगों के खूबसूरत अहसासों से होकर हम गुज़रते हैं.कभी इन्होने खुद ही कहा था...-मेरी आवाज़ ही पहचान है गर याद रहे (किनारा)-
- तो दोस्तों, यह गीत सुनिए और इसी के साथ लता जी पर केन्द्रित इस विशेष शृंखला ' मेरी आवाज़ ही पहचान है ' का यहीं पर समापन होता है, हालाँकि लता जी के गाए सदाबहार गीत ' ओल्ड इज़ गोल्ड ' पर युंही जारी रहेंगे, लेकिन उनके गाए भूले बिसरे १ ० गीतों की यह माला आज यहाँ पूरी हो रही है।
- यह वो आवाज़ है जो कभी हमारा हाथ पकड़ के बचपन की गलियों में, कभी गाँवों की मेडों पर दूर किसी राह पर ले जाती है जहाँ यादों के साथ साथ ज़िंदगी के कितने ही रंगों के खूबसूरत अहसासों से होकर हम गुज़रते हैं.कभी इन्होने खुद ही कहा था...-मेरी आवाज़ ही पहचान है गर याद रहे (किनारा)-रेणु बंसल: याद आया आपको? आज हम रु-ब-रु हो रहे हैं इनसे मिलिए 'प्रोग्राम' के तहत पार्श्व गायक भूपेंद्र से.