मोतिया बिन्द वाक्य
उच्चारण: [ motiyaa bined ]
उदाहरण वाक्य
- संस्थान के सचिव गजेन्द्र सिंह लसानी ने बताया कि शिविर में नेत्र सर्जन डा. योगेन्द्र वर्मा, डा. बी.पी. जैन, बंशीलाल, गोपाल, मानवेन्द्र सिंह राठौड़ एवं योगेन्द्र सिंह द्वारा ९७ रोगियों के मोतिया बिन्द के लैंस प्रत्यारोपित किए ।
- मोतिया बिन्द के मरीजों के लिए, कुष्ठ रोगियों के लिए, नेत्राहीनों के लिए या फिर ऐसी ही ढेरों अन्य बीमारियों के इलाज के लिए संस्थानों का खोला जाना और कार्यकर्ताओं को गांवों में पहुंचाकर मरीजों को वहां तक लाना।
- मोतिया बिन्द:-आक के दूध में पुरानी ईट का महीन चूर्ण 10 ग्राम तर कर सुखा लें, फिर उसमें लौंग 6 नग मिला, खरल में चावल भर नासिका द्वारा प्रतिदिन प्रातः नस्य लेने से शीघ्र लाभ होता है।
- विश्व रिकार्ड धारकों में डॉ. एमसी मोदी का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने काम ही ऐसा किया था. डॉ. मोदी ने 833 मोतिया बिन्द के आपरेशन करके सैकड़ों लोगों को नेत्र ज्योति दी है.
- इससे मुकम्मिल और स्थाई नुकसानी पहुँचती है इसी के साथ सफ़ेद और काले मोतिया बिन्द (Cataracts and glaucoma) के खतरे के बढ़ने के अलावा आँख का पर्दा भी वियोजित हो सकता है, रेटिनल डिटएचमेंट मेंट के खतरे का वजन भी बढ़ सकता है.
- 5. पुरानी पक्की ईंट को पीसकर खूब महीन कर आक के दूध में तर कर सुखाकर और तौलकर प्रति 10 ग्राम में सात लवंग बारीक पीसकर मिलादें इसमें से 125 मिलीग्राम या 250 मिलीग्राम की मात्रा में सुंघाने से मस्तक पीड़ा, सूर्यावर्त, प्रतिश्याय, पीनस और मोतिया बिन्द में लाभ होता है।
- 817 मोतिया बिन्द ऑपरेशन किए गए मुरैना। राष्ट्रीय दृष्टि हीनता नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिले में पिछले त्रैमास एक अप्रैल से जून 2013 तक निर्धारित लक्ष्य 997 के लक्ष्य के विरूद्घ 817 मोतियांबिन्द के ऑपरेशन किये गए जो लक्ष्य का 82 प्रतिशत उपलब्धी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मुरैना विकास खण्ड में त्रैमासिक में निर्धारित []
- इसके कारण आंखों में मोतिया बिन्द, खाया हुआ खाना शरीर में पोषण नहीं कर पाना व घाव में मवाद बढ़ना, छडियां कमजोर होना, चिड़चिड़ा स्वभाव, खून का बहना, मसूडों से खून व मवाद बहना, पक्षाघात हो जाना, रक्त विकार, मुंह से बदबू आना, पाचन क्रिया में दोष उत्पन्न होना, श्वेत प्रदर, संधि शोथ व दर्द, पुटठों की कमजोरी, भूख न लगना, सांस कठिनाई से आना, चर्म रोग, गर्भपात, रक्ताल्पता आदि हो सकते हैं।
- यदि एनीमल स्टडीज़ को मनुष्यों में भी आज़माइश के बाद अनुकूल पाया गया तब हमारे हाथ में जोड़ों के दर्द “ आर्थ-राय-टिस ” के समाधान के लिए भी पिल होगी जो एल्जाई-मर्स (न्यूरो-दिजेंरेतिव डीज़ीज़ ऑफ़ ओल्ड एज) से भी हमारी हिफाज़त करेगी, सफ़ेद मोतिया बिन्द को भी रोकेगी, कार्डिएक अरेस्ट (हृद गति रुक जाने) और हृद रोगों के बढ़ने को भी थाम लेगी ।
- सभी परीक्षण हुए इलाज भी पर निष्कर्ष तो पता चल ही गया था कि अब साल नहीं महीनों की बात रह गयी है. फिर भी आँखों की मोतिया बिन्द का आप्रेसन इसी बहाने हो गया,जो कि दस साल पहले ही हो जाना चाहिए था और वे अपने हठ के चलते अर्ध अंधत्व ही जी रही थीं.इसके बावजूद भी कि वे पहले सिनेमा और फिर टी वी पर सीरियल सिनेमा देखने की बहुत ही शौक़ीन थीं और वह भी बंद हो चुका था.