यंत्रराज वाक्य
उच्चारण: [ yenterraaj ]
उदाहरण वाक्य
- श्रीयंत्र सभी यंत्रों में श्रेष्ठ माना गया है इसलिए इसे यंत्रराज कहा गया है।
- यंत्रों में ‘ श्रीयंत्र ' को ‘ यंत्रराज ' की संज्ञा दी गई है।
- श्रीयंत्र सभी यंत्रों में श्रेष्ठ माना गया है, इसलिए इसे यंत्रराज भी कहते है।
- यहाँ के तांत्रिक घरानों को उनने श्री यंत्रराज तथा पूजा रत्न ग्रंथ दिये थे ।
- श्रीयंत्र सभी यंत्रों में श्रेष्ठ माना गया है, इसलिए इसे यंत्रराज भी कहते हैं।
- इसीलिए इसे यंत्रराज, यंत्र शिरोमणि, षोडशी यंत्र व देवद्वार भी कहा गया है।
- तांत्रिक गं्रथों मंे श्री यंत्र की महिमा प्रतिपादित करते हुए इसे यंत्रराज की संज्ञा से विभूषित किया गया है।
- इस यंत्रराज की स्वामिनी भगवती त्रिपुरसुंदरी हैं, जो दश महाविद्याओं में तृतीय महाविद्या हैं और षोडशी स्वरूपा हैं।
- समस्त मठों और मंदिरों में इस यंत्रराज का पूजन अवश्य किया जाता है जिससे उनका वैभव अक्षुण्ण रहता है।
- कलियुग में श्रीयंत्र को ‘ यंत्रराज ' कहना पूर्णतया सार्थक है, जिसकी उपासना पूर्णतया धन, सुख, समृद्धि, प्रसन्नता एवं सफलताप्रदायक है।