रस निष्पत्ति वाक्य
उच्चारण: [ res nisepteti ]
उदाहरण वाक्य
- कविता को रमणीय ओर सजीव बना कर रस निष्पत्ति में सहायक होता हैं रामचरित मानस के दोहे सोरठे चौपाई, रसखान के सवेये, सूर के पद, गिरधर की कुण्डलियॉं, छन्दों में बंधी रसमय भावधारा के उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
- राग में रस निष्पत्ति उस राग में प्रयुक्त होने वाले स्वर, स्वरों की संगति, वादी-सम्वादी, अल्पत्व-बहुत्व, न्यास-स्थायित्व, तार-मंद स्थिति के साथ ही कलाकार की व्यक्तिगत प्रस्तुतिकरण की शैली, काकू प्रयोग, वंदिशों के उपयुक्त चयन इत्यादि पर निर्भर है।
- भारतीय संगीत में संभवतः अनेकानेक तालों की कल्पना, लय के विभिन्न प्रकार, स्वर-संवाद, श्रुति-स्वर-मूर्च्छना, असंख्या राग-रागीनियां मेल-थाट, राग पद्धति, ताल पद्धति, संगीत की विविध प्रणालियां, गीत शैलियां, गायन शैलियां विभिन्न वाद्यों की वादन-विधि, विशिष्ट संगति, कल्पना की स्वतंत्रता, स्वर व लय की स्वतंत्र सत्ता, अनन्तता, रस निष्पत्ति इत्यादि ऐसे गुण हैं जो अन्य देशों के संगीत में नहीं मिलते।