रामस्वरूप वर्मा वाक्य
उच्चारण: [ raamesverup vermaa ]
उदाहरण वाक्य
- मामला यहाँ तक बढ़ गया है कि अगर कुछ दिन पहले रामस्वरूप वर्मा ने मुझे याद नहीं न दिलाया होता तो मैं भी भूल गया था कि “ पराधीन सपनेहु सुख नाहीं” का सम्बन्ध नारी से है।
- मामला यहाँ तक बढ़ गया है कि अगर कुछ दिन पहले रामस्वरूप वर्मा ने मुझे याद नहीं न दिलाया होता तो मैं भी भूल गया था कि ” पराधीन सपनेहु सुख नाहीं” का सम्बन्ध नारी से है।
- मामला यहाँ तक बढ़ गया है कि अगर कुछ दिन पहले रामस्वरूप वर्मा ने मुझे याद नहीं न दिलाया होता तो मैं भी भूल गया था कि ” पराधीन सपनेहु सुख नाहीं ” का सम्बन्ध नारी से है।
- आंबेडकर और महामानववादी रामस्वरूप वर्मा के विचारों को कार्यरूप देने वाले जगदेव प्रसाद का जन्म 2 फरवरी 1922 को महात्मा बुद्ध की ज्ञान-स्थली बोध गया के समीप कुर्था प्रखंड के कुरहारी ग्राम में अत्यंत निर्धन परिवार में हुआ था.
- धरने में मुख्य रूप से प्रदेश कंाग्रेस के मुख्य प्रवक्ता श्री सुबोध श्रीवास्तव, वीरेन्द्र मदान, जिलाध्यक्ष श्री सिराज वली खां ` शान ', श्री जगदीश अवस्थी, श्री रमेश मिश्रा, सभासद रामस्वरूप वर्मा, डा.
- यही हालत काकोरी थाने के रहने वाले रामस्वरूप वर्मा के साथ भी की जा रही है, जिनका लड़का दो माह से लापता है और जिन लोगों के खिलाफ इन्होनें रिपोर्ट लिखायी उन पर कोई कार्यवाही करने की जगह पुलिस इनके दामाद को ही फँसाने में लगी हुयी है।
- वे मानववादी रामस्वरूप वर्मा द्वारा स्थापित ' अर्जक संघ ' (स्थापना 1 जून, 1968) में शामिल हु ए. जगदेव बाबू ने कहा था कि अर्जक संघ के सिद्धांतों के द्वारा ही ब्राह्मणवाद को ख़त्म किया जा सकता है और सांस्कृतिक परिवर्तन कर मानववाद स्थापित किया जा सकता है.
- सितम्बर को जगदेव प्रसाद के शहादत दिवस पर विशेष: महात्मा ज्योतिबा फूले, पेरियार साहेब, डा. आंबेडकर और महामानववादी रामस्वरूप वर्मा के विचारों को कार्यरूप देने वाले जगदेव प्रसाद का जन्म 2 फरवरी 1922 को महात्मा बुद्ध की ज्ञान-स्थली बोध गया के समीप कुर्था प्रखंड के कुरहारी ग्राम में अत्यंत निर्धन परिवार में हुआ था.
- * श्री प्रभु नारायण सिंह--माननीय अधिष्ठाता महोदय, यह जो विधेयक माननीय रामस्वरूप वर्मा जी का हैऔर उस पर जो माननीय राम प्यारे पाण्डेय जी का संशोधन का जो यह प्रस्तावआया है कि उत्तर प्रदेश विधान मण्डल (सदस्यों की उपलब्धियां और पेंशन) (संशोधन) विधेयक, १९८३ को दोनों सदनों की एक संयुक्त प्रवर समिति केसुपूर्द कर दिया जाय, जो ३० दिन के अन्दर अपना प्रतिवेदन सदन मेंप्रस्तुत करे.
- श्री मदान ने बताया कि लगभग डेढ़ माह पूर्व डाॅ 0 जोशी ने कैण्ट क्षेत्र के श्री वीरेन्द्र मदान, श्री रामस्वरूप वर्मा, श्री गिरीश मिश्रा, श्री अनूप श्रीवास्तव, श्री आले उमर सहित एक प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत सरकार के सड़क परिवहन राज्यमंत्री श्री जितिन प्रसाद से मुलाकात कर नेशनल हाईवे की सड़क जो एयरपोर्ट, आलमबाग, मवइया, हुसैनगंज होते हुए निशातगंज की ओर जाती है, का अविलम्ब मरम्मत कराये जाने का अनुरोध किया था।