रास पूर्णिमा वाक्य
उच्चारण: [ raas purenimaa ]
उदाहरण वाक्य
- रास पूर्णिमा का महत्व नि: संदेह शरद पूर्णिमा का चंद्रमा, चांदनी रात, शीतल पवन और अमृत वर्षा करता आकाश, जिस दिव्य वातावरण की सर्जना करता है, वह अद्वितीय है।
- शरद पूर्णिमा:-जिसे कोजागरी पूर्णिमा या रास पूर्णिमा भी कहते हैं ; ज् योतिष के अनुसार, पूरे साल में केवल इसी दिन चंद्रमा सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है।
- रास पूर्णिमा का महत्व नि: संदेह शरद पूर्णिमा का चंद्रमा, चांदनी रात, शीतल पवन और अमृत वर्षा करता आकाश, जिस दिव्य वातावरण की सर्जना करता है, वह अद्वितीय है।
- इस पूर्णिमा को ‘ कौमुदी पूर्णिमा ' या ‘ रास पूर्णिमा ' की संज्ञा इसीलिये दी गई है, क्योंकि इस पूर्णिमा की रात्रि को भगवान श्रीकृष्ण गोपियों के साथ रास रचाते हैं, ऐसी मान्यता है।
- रास पूर्णिमा को भी यहाँ घनी कालिमा छाई हुयी है.... सोचा तनिक चेता दूं रसिक जनों को.....:) ज्योतिषी कहते हैं कि केवल आज की रात चन्द्रमा सभी सोलह कलाओं से युक्त होते हैं जैसे वे भी नायक नायिका के अटल प्रेम को अपनी सम्पूर्णता में निरख रहे हों.... बड़ी मान्यताएं है आज के रात की....