रिहन्द बांध वाक्य
उच्चारण: [ rihend baanedh ]
उदाहरण वाक्य
- उन्होंने सिंगरौली नगर निगम के विभिन्न वार्डों में 2 करोड़ रुपये तथा नगर निगम में 2 करोड़ रुपये के निर्माण कार्य कराने, सिंगरौली क्षेत्र में रिहन्द बांध से पेयजल आपूर्ति योजना प्रारभ करने और जिले के तीनों जनपदों में 1.5 करोड़ रुपये के निर्माण कार्यों की घोषणा की।
- यहां तक कि आंदोलन के दबाब में प्रदूषण बोर्ड और मुख्य चिकित्सा अधिकारी की जांच से यह प्रमाणित होने के बाद भी कि रिहन्द बांध का पानी जहरीता है सरकार और जिला प्रशासन ने जहरीला कचरा डालने वाली औद्योगिक इकाईयों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नही की और न ही रिहंद बांध के आस पास बसे गांवों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई ।
- यहां तक कि आंदोलन के दबाब में प्रदूषण बोर्ड और मुख्य चिकित्सा अधिकारी की जांच से यह प्रमाणित होने के बाद भी कि रिहन्द बांध का पानी जहरीता है सरकार और जिला प्रशासन ने जहरीला कचरा डालने वाली औद्योगिक इकाईयों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नही की और न ही रिहंद बांध के आस पास बसे गांवों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई ।
- यहां तक कि आंदोलन के दबाब में प्रदूषण बोर्ड और मुख्य चिकित्सा अधिकारी की जांच से यह प्रमाणित होने के बाद भी कि रिहन्द बांध का पानी जहरीता है सरकार और जिला प्रशासन ने जहरीला कचरा डालने वाली औद्योगिक इकाईयों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नही की और न ही रिहंद बांध के आस पास बसे गांवों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई ।
- यहां तक कि आंदोलन के दबाव में प्रदूषण बोर्ड और मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा करायी गयी जांच से यह प्रमाणित होने के बाद भी कि रिहन्द बांध का पानी जहरीला है उ0 प्र0 सरकार और जिला प्रशासन द्वारा इसे जहरीला बनाने वाली औद्योगिक इकाईयों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नही की गयी और न ही रिहंद बांध के आस पास बसे गांवों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गयी।
- यहां तक कि आंदोलन के दबाब में प्रदूषण बोर्ड और मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा करायी गयी जांच से यह प्रमाणित होने के बाद भी कि रिहन्द बांध का पानी जहरीला है उ प्र सरकार और जिला प्रषासन द्वारा इसे जहरीला बनाने वाली औद्योगिक इकाईयों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नही की गयी और न ही रिहंद बांध के आस पास बसे गांवों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गयी।
- इसलिए जन संघर्ष मोर्चा ने इस लापरवाही को करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों के विरूद्ध मानवाधिकार आयोग को फिर पत्र लिखा है व रिहन्द बांध के पास बसे गांवों में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर शुद्ध पेयजल देने और प्रशासनिक लापरवाही के कारण मरें लोगों के परिवार जनों को मुआवजा व बकाया मजदूरी के भुगतान के लिए 24 नवम्बर से म्योरपुर ब्लाक में अनिश्चितकालीन धरना देने का फैसला लिया है ।
- इसलिए जन संघर्ष मोर्चा ने इस लापरवाही को करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों के विरूद्ध मानवाधिकार आयोग को फिर पत्र लिखा है व रिहन्द बांध के पास बसे गांवों में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर शुद्ध पेयजल देने और प्रशासनिक लापरवाही के कारण मरें लोगों के परिवार जनों को मुआवजा व बकाया मजदूरी के भुगतान के लिए 24 नवम्बर से म्योरपुर ब्लाक में अनिश्चितकालीन धरना देने का फैसला लिया है ।
- यहां तक कि आंदोलन के दबाब में प्रदूषण बोर्ड और मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा करायी गयी जांच से यह प्रमाणित होने के बाद भी कि रिहन्द बांध का पानी जहरीला है उ 0 प्र 0 सरकार और जिला प्रषासन द्वारा इसे जहरीला बनाने वाली औद्योगिक इकाईयों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नही की गयी और न ही रिहंद बांध के आस पास बसे गांवों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गयी।
- अतः आपसे निवेदन करेंगे कि छोटे बच्चों और यहां के ग्रामीणों की जिदंगी की रक्षा के लिए आप हस्तक्षेप करें और उ0 प्र0 शासन व जिला प्रशासन को निर्देशित करें कि जिन गांवों में प्रदूषित पेयजल के कारण लोग मर रहे हैं, वहां रिहन्द बांध के आसपास बसे गावों में तत्काल शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जाए, जिन परियोजनाओं द्वारा रिहन्द बांध का पानी प्रदूषित किया जा रहा है उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाए और आपके निर्देशों तक की अवहेलना करने वाले जिला अधिकारी सोनभद्र को दण्डित किया जाए।