रीमा लागू वाक्य
उच्चारण: [ rimaa laagau ]
उदाहरण वाक्य
- असल में ये सब मांएं महाभारत की कुंती का ही एक अथवा दूसरा रूप थीं. ‘दिलवाले दुल्हनिया.' की फरीदा जलाल और ‘मैंने प्यार किया' की रीमा लागू ने नए भारत की नई मां से दशर्कों को परिचित करवाया जो अपने बच्चों की दोस्त भी थीं
- वैसे आजकल फ़िल्मों में वक्त के साथ काफ़ी बदलाव आ गये हैं, हीरो की माँ अब बूढी़ नहीं होती, बल्कि रीमा लागू जैसी ग्लैमरस और सेक्सी होती है, गोदरेज के रहते उसके बाल सफ़ेद होने का तो अब सवाल ही नहीं ।
- सतीश कौशिक, सीमा विश्वास, करन पटेल, सिद्धार्थ जाधव, रीमा लागू, सचिन खेडेकर, चेतन हंसराज और शिवाजी सतम, अंकुश चौधरी, समीर धर्माधिकारी, अनुषा दांडेकर, वीना झमकार और शशांक शिंदे की भी इस फिल्म में महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
- सो जब तूतू, मैंमैं सामने आया तो लोगों ने यह जरूर कहा कि वे सचिन की पत्नी होने के कारण धरावाहिक में हैं पर जब सुप्रिया ने रीमा लागू के साथ अपने अभिनय का जलवा लोगों तक पहुँचा दिया तो लोगों को मानना पड़ा कि प्रतिभा वाकई प्रतिभा हैं।
- असल में ये सब मांएं महाभारत की कुंती का ही एक अथवा दूसरा रूप थीं. ‘ दिलवाले दुल्हनिया. ' की फरीदा जलाल और ‘ मैंने प्यार किया ' की रीमा लागू ने नए भारत की नई मां से दशर्कों को परिचित करवाया जो अपने बच्चों की दोस्त भी थीं
- विलेन के रूप में उभरते मुरली शर्मा बॉलीवुड में चरित्र अभिनेता तो कई हैं लेकिन जैसे पिता की भूमिका के लिए आलोक नाथ और मां की भूमिका के लिए फरीदा जलाल और रीमा लागू ज्यादा लोकप्रिय हैं वैसे ही मुरली शर्मा को धीरे धीरे विलेन के रूप में पसंद किया जा रहा है।
- हिन्दी के दर्शक अतुल के बारे में अधिक नहीं जानते होंगे, लेकिन मराठी से आये हुए अधिकतर कलाकार चाहे वह रीमा लागू हों, डॉ श्रीराम लागू हों, नाना पाटेकर, अमोल पालेकर, मधुर भण्डारकर या महेश मांजरेकर कोई भी हों… सामान्यतः नाटक और मंच की परम्परा के जरिये ही आते हैं इसलिये फ़िल्म निर्देशक का काम वैसे ही आसान हो जाता है।
- असल में ये सब मांएं महाभारत की कुंती का ही एक अथवा दूसरा रूप थीं. ‘ दिलवाले दुल्हनिया.’ की फरीदा जलाल और‘ मैंने प्यार किया’ की रीमा लागू ने नए भारत की नई मां से दशर्कों को परिचित करवाया जो अपने बच्चों की दोस्त भी थीं< /p><p>‘मुगल-ए-आजम’ के अकबर से‘ मोहब्बतें’ के अनुशासनप्रिय प्रधानाचार्य तक पिता प्राय: बच्चों के प्यार के बीच में खलनायकों की तरह खड़े रहे.
- असल में ये सब मांएं महाभारत की कुंती का ही एक अथवा दूसरा रूप थीं. ‘दिलवाले दुल्हनिया.' की फरीदा जलाल और ‘मैंने प्यार किया' की रीमा लागू ने नए भारत की नई मां से दशर्कों को परिचित करवाया जो अपने बच्चों की दोस्त भी थीं ‘मुगल-ए-आजम' के अकबर से ‘मोहब्बतें' के अनुशासनप्रिय प्रधानाचार्य तक पिता प्राय: बच्चों के प्यार के बीच में खलनायकों की तरह खड़े रहे.
- हिन्दी के दर्शक अतुल के बारे में अधिक नहीं जानते होंगे, लेकिन मराठी से आये हुए अधिकतर कलाकार चाहे वह रीमा लागू हों, डॉ श्रीराम लागू हों, नाना पाटेकर, अमोल पालेकर, मधुर भण्डारकर या महेश मांजरेकर कोई भी हों … सामान्यतः नाटक और मंच की परम्परा के जरिये ही आते हैं इसलिये फ़िल्म निर्देशक का काम वैसे ही आसान हो जाता है।