रुद्राष्टक वाक्य
उच्चारण: [ ruderaasetk ]
उदाहरण वाक्य
- जानते हैं रामचरित मानस में आए रुद्राष्टक की रचना के इस प्रसंग को-ऋषि कागभुशुण्डि भगवान शिव की भक्ति करते थे।
- इसलिए सावन माह के अलावा भी किसी भी दिन रुद्राष्टक का पाठ धर्म और व्यवहार के नजरिए से शुभ फल ही देता है।
- वैसे नमामीशमीशान से गूगल में सर्च करने पर पूरा ये पूरा रुद्राष्टक आ जाता है, जहां से आप सीधे कट-पेस्ट कर सकते हैं।
- सरल शब्दों में यह पाठ इसलिए किसी भी दिन रुद्राष्टक का पाठ धर्म और व्यवहार के नजरिए से शुभ फल ही देता है।
- इस रुद्राष्टक में छुपे अध्यात्म और आनंद के पीछे भी यही कारण है कि इसकी रचना अंहकार यानि अकड़ से मिले बुरे फल से मुक्ति के लिए ही हुई।
- पारे का शिवलिंग एवं श्रीयंत्र स्थापित करके, प्रतिदिन शिव रुद्राष्टक का पाठ विधिवत् करने से एवं लक्ष्मी के मंत्र का नित्य प्रति जप करने से लक्ष्मी व्यक्ति का साथ देना शुरू कर देती है।
- अब ; मैं तो सच बताऊ ; डरने लगी थी रास्तों की बीहड़ता देखकर. मन ही मन ' रुद्राष्टक ' का पाठ कर रही थी और सबको सही-सलामत रखने की प्रभु से याचना कर रही थी.
- मेरे भी सारे कष्टों का निवारण रुद्राष्टक के पाठ करने से ही होता है | हमारे बचपन में संध्या आरती में माँ हम सब बहनों को लेकर रुद्राष्टक का पाठ करती थी तभी से कंठस्थ हो गया है | हमरी प्रार्थना भी है माँ के लिए | आशुतोष भगवान उन्हें जल्द स्वस्थ करे |
- मेरे भी सारे कष्टों का निवारण रुद्राष्टक के पाठ करने से ही होता है | हमारे बचपन में संध्या आरती में माँ हम सब बहनों को लेकर रुद्राष्टक का पाठ करती थी तभी से कंठस्थ हो गया है | हमरी प्रार्थना भी है माँ के लिए | आशुतोष भगवान उन्हें जल्द स्वस्थ करे |
- जागरण संवाददाता, देहरादूनः द्रोणनगरी श्रावण मास के अंतिम सोमवार को पूरी तरह शिवमय रही। शिवालयों व देवालयों में श्रद्धालुओं ने श्रद्धानुसार जल, गंगाजल, पंचामृत, बेलपत्र आदि से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया। साथ ही पंचाक्षरी मंत्र व रुद्राष्टक का जाप और शिव स्तोत्र के पाठ भी गूंजते रहे। सांध्य आरती के बाद मंदिरों में भजन-कीर्तन की भी छटा बिखरी। द्रोणनगरी के शिवालय व देवालयों में भोर होते ही रुद्राभिषेक शुरू हो गया था। प्राचीन श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर और श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में