लाल महल वाक्य
उच्चारण: [ laal mhel ]
उदाहरण वाक्य
- इस प्रकार उत्कर्ष पर पहुँचे अलाउद्दीन ख़िलजी ने अपने चाचा जलालुद्दीन की हत्या 22 अक्टूबर, 1296 को कर दी और दिल्ली में स्थित बलबन के लाल महल में अपना राज्याभिषेक सम्पन्न करवाया।
- फिर औरंगजेब ने अपने मामा शाईश्ता खान को चालीस हजार की फ़ौज लेकर शिवाजी पर हमला करावा दिया और शिवाजी ने पूना के लाल महल में उसकी उंगलियाँ काट दीं और वह भाग गया।
- पूणे नगर निगम ने दादोज कोंडदेव की मूर्ति लाल महल से हटाये जाने की घोषणा पिछले सप्ताह हीं कर दी थी और तब से हीं इस विरोध ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया था।
- वहीं स्थानीय खापर्डे बगीचा स्थित न्यू आझाद गणेशोत्सव मंडल में इस वर्ष फिर लालबाग का राजा की झांकी बनायी जा रहीं है लेकिन इस वर्ष यह झांकी पुणे के सुविख्यात लाल महल में स्थापित होगी.
- लेकिन पूणे नगर निगम द्वारा दादोज कोंडदेव की मूर्ति यहॉ के लाल महल से हटाकर एक सार्वजनिक पार्क में स्थापित कर दिया गया जिसको लेकर आम जनता, बीजेपी, शिवसेना, और मनसे कार्यकर्ताओं और नेताओं में काफी रोष है।
- सोमवार को पूणे में पूणे नगर निगम द्वारा दादोज कोंडदेव की मूर्ति यहॉ के लाल महल से हटाने के बाद से बीजेपी, शिवसेना, और मनसे कार्यकर्ताओं और नेताओं का पूणे नगरपालिका के विरुद्ध कार्यवाही का सिलसिला रूकने का नाम हीं नहीं ले रहा है।
- इस याचिका में श्री लाल महल ने सवाल उठाया था कि क्या बोर्ड ऑफ अपील ऑफ द ग्रेन ऐंड फीड ट्रेड एसोसिएशन, लंदन द्वारा इतालवी कंपनी के लिए निर्धारित मुआवजा भारतीय मध्यस्थ एवं समाधान अधिनियम के तहत प्रवर्तनीय है या नहीं? यह विवाद भारत से निर्यात किए गए गेहूं की गुणवत्ता को लेकर था।
- बहाकर इस आलीशान नगरी को बनाता? यदि वे न होते तो कौन अपना पसीना बहाकर उसके लिए साम्राज्य स्थापित करता? लेकिन उस घोर सामन्तवादी युग में ऐसी बाते सोचने की बुद्धि ही किस में थी? नवयुवक सुलतान ने दिल्ली के लाल महल को छोड़कर किलोखड़ी शहर के बीच यमुना तट पर (जो अब दिल्ली का एक छोटा सा
- जी राज! राजा भी जो लाल किले से पुराने नही बडे लाल महल में रहता है राजधानी के केंद में है उसका महल राजा दरअसल बरसो से वाही है जो टैक्स लेता है फोज पालता है हाथी पर चलता है महल में रहता है हमे बहकाने को अदला बदली का खेल भी खेलता है राजा दरअसल वही है ज़मीन का मालिक जमीन जिसका नाम वतन है।
- श्रीराधा सनेह बिहारी मंदिर के सेवायत आचार्य अतुलकृष्ण गोस्वामी ने बताया कि इस दौरान राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों द्वारा यमुना प्रदूषण मुक्ति, देवस्थानों के ब्राह्मण धर्माचार्यों का संगठन बनाने, अरूणाचल प्रदेष में भगवान परशुराम कुंड के पास बांध बनाकर उसे नष्ट करने का विरोध, शिवाजी के शस्त्र गुरू कोड़ देव की लाल महल से प्रतिमा हटाने का विरोध सहित अन्य मुद्दो को लेकर प्रस्ताव पारित किए गए।