लैलतुल क़द्र वाक्य
उच्चारण: [ lailetul keder ]
उदाहरण वाक्य
- आपने फ़रमाया कि “रमज़ान के आख़िरी अशरे की ताक़ (विषम) रातों में लैलतुल क़द्र की तलाश करो।” लैलतुल क़द्र को शबे-क़द्र भी कहा जाता है।
- तथा सूरत अद्दुखान में वर्णित रात का अभिप्राय क्या है, क्या यह शाबान के महीने की रात है, या वह लैलतुल क़द्र (शबे-क़द्र) है ॽ
- लैलतुल क़द्र (शबे क़द्र) को किस तरह जागा जाये ; नमाज़ पढ़ने में, या क़ुर्आन करीम और सीरते नबवी का पाठ करने, वअज़ व नसीहत (धर्मोपदेश) और मस्जिद में उसका जश्न मनाने में?
- चूंकि आख़िरी अशरे में ही लैलतुल क़द्र / शबे-क़द्र (वह सम्माननीय रात की विशिष्ट रात्रि जिसमें अल्लाह यानी ईश्वर का स्मरण तमाम रात जागकर किया जाता है तथा जिस रात की बहुत अज्र यानी पुण्य की रात माना जाता है।
- कहने का सारांश यह है कि आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का एतिकाफ आसानी से विशिष्ट था, और लैलतुल क़द्र की खोज में आपका सारा समय अल्लाह सर्वशक्तिमान के स्मरण, जप और उसकी आज्ञाकारिता पर ध्यानगमन होने में बीतता था।
- किन्तु रमज़ान के अंतिम दस दिनों की ताक़ रातें दूसरी रातों से अधिक योग्य है, और सत्ताईसवीं रात समस्त रातों में लैलतुल क़द्र के सबसे अधिक योग्य है, क्योंकि इस बारे में ऐसी हदीसें वर्णित हैं जो हमारी उल्लिखित बातों पर तर्क और प्रमाण हैं।
- जहाँ तक रमज़ान की किसी एक रात को इस बात के साथ विशिष्ट करने की बात है कि वही लैलतुल क़द्र (शबे क़द्र) है, तो इसके लिए एक ऐसे प्रमाण की आवश्यकता है जो अन्य रातों को छोड़कर उसी रात को निर्धारित और निश्चित करता हो।
- 2-इनका कहना है कि: एतिकाफ का एक सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य लैलतुल क़द्र की खोज करना है, और इक्कीसवी रात अंतिम दहाई की ताक़ रातों में से एक है इसलिए उसके लैलतुल क़द्र होने की संभावना है, अतः उसका उस रात में एतिकाफ में होना उचित है।
- 2-इनका कहना है कि: एतिकाफ का एक सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य लैलतुल क़द्र की खोज करना है, और इक्कीसवी रात अंतिम दहाई की ताक़ रातों में से एक है इसलिए उसके लैलतुल क़द्र होने की संभावना है, अतः उसका उस रात में एतिकाफ में होना उचित है।
- पंद्रह शाबान की क्या फज़ीलत (प्रतिष्ठा) है, क्या यह वही रात है जिसके अंदर अगले साल के लिए प्रति व्यक्ति के भाग्य का फैसला किया जाता है ॽ तथा सूरत अद्दुखान में वर्णित रात का अभिप्राय क्या है, क्या यह शाबान के महीने की रात है, या वह लैलतुल क़द्र (शबे-क़द्र) है ॽ