वेद राही वाक्य
उच्चारण: [ ved raahi ]
उदाहरण वाक्य
- हमारे रचनाकार हिंदी लेखक खोज संपर्क विश्वविद्यालय संग्रहालय हिंदी समय में वेद राही की रचनाएँ कहानियाँ मौत डाउनलोड मुद्रण अ+ अ-कहानी मौत वेद राही लेखक को जानिए (डोगरी से अनुवाद:
- कुछ वर्ष पूर्व वेद राही की ' दरार' कहानीप्रकाशित हुई थी जिसमें भारत-पाक युद्व के समय भागते हुए भारतीय परिवार मेंप्रसव-वेदना से पीड़ित नारी की व्यथा और अन्तर्द्वन्द्व है, पति में अंतर्द्वन्द्व चरम परहै.
- उक्त विचार प्रख्यात साहित्यकार और फिल्मकार वेद राही ने ४ नवम्बर ०६ को मुंबई में भवंस कल्चरल सेंटर की ओर से सूरज प्रकाश द्वारा अनूदित चार्ली चैप्लिन की आत्म कथा के हिन्दी अनुवाद के लोकार्पण के अवसर पर व्यक्त किये।
- हिन्दी में खोज और अनुसंधान करने व यात्रा विवरण आदि के लिए महापंडित राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार 2010 के लिए डॉ. परमानंद पांचाल व प्रो रघुवीर चौधरी और 2011 के लिए प्रो असगर वजाहत और वेद राही को प्रदान किया जाएगा.
- चार्ली के चहेते दर्शकों से खचाखच भरे ऑडिटोरियम में अपनी तरह के इस अनूठे कार्यक्रम में श्री वेद राही ने आगे कहा कि चार्ली ने अपना बचपन गरीबी में बिताया, तकलीफें भोगीं लेकिन उन्होंने अपने लक्ष्य को कभी भी आंखों से ओझल नहीं होने दिया कि एक दिन उन्हें अभिनेता बनना है।
- चर्चा पर मध्यप्रदेश उच्चन्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति एवं मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के सदस्य व कार्यवाहक अध्यक्ष श्री रामदयाल शुक्ल, प्रख्यात रचनाक ार श्री यादवेन्द्र शर्मा ‘ चन्द्र ', ‘ राजेन्द्र स्वरूप भटनागर, रामसहाय वर्मा, वेद राही तथा सिद्धेश्वर के विचार पिछले अंकों में प्रस्तुत किये गए।
- सूर्यबाला, सुधा अरोड़ा, जगदम्बा प्रसाद दीक्षित, शेखर जोशी, गोविंद मिश्र, मनहर चौहान, आबिद सुरती, ओमा शर्मा, दामोदर खड़से, रजनी गुप्त, अल्पना मिश्र और वंदना राग सरीखे कहानीकारों ने हमारे यहां कहानी पाठ करके अगर बैंकरों का दिल जीता तो राजेन्द्र यादव और वेद राही ने भी अपनी उपस्थिति से महाविद्यालय को गरिमा प्रदन की।
- इसके अलावा सर्वश्री रामजी तिवारी, वेद राही, राम प्रकाश द्विवेदी, त्रिभुवन राय सभी वक्ताओं ने एक स्वर से कहा कि यह कविता हिंदी साहित्य की अमूल्य धरोहर है और लिखने वालों को प्रेरणा भी देती है कि कविता की लम्बाई की चिंता किए बिना अपनी इच्छानुसार वे अपने भावों को शब्द दे सकते हैं..
- इसके अलावा सर्वश्री रामजी तिवारी, वेद राही, राम प्रकाश द्विवेदी, त्रिभुवन राय सभी वक्ताओं ने एक स्वर से कहा कि यह कविता हिंदी साहित्य की अमूल्य धरोहर है और लिखने वालों को प्रेरणा भी देती है कि कविता की लम्बाई की चिंता किए बिना अपनी इच्छानुसार वे अपने भावों को शब्द दे सकते हैं..
- सूर्यबाला, सुधा अरोड़ा, जगदम्बा प्रसाद दीक्षित, शेखर जोशी, गोविंद मिश्र, मनहर चौहान, आबिद सुरती, ओमा शर्मा, दामोदर खड़से, रजनी गुप्त, अल्पना मिश्र और वंदना राग सरीखे कहानीकारों ने हमारे यहां कहानी पाठ करके अगर बैंकरों का दिल जीता तो राजेन्द्र यादव और वेद राही ने भी अपनी उपस्थिति से महाविद्यालय को गरिमा प्रदन की।