शाकटायन वाक्य
उच्चारण: [ shaaketaayen ]
उदाहरण वाक्य
- उनमें से शाकटायन, शाकल्य, अभिशाली, गार्ग्य, गालव, भारद्वाज, कश्यप, शौनक, स्फोटायन, चाक्रवर्मण का उल्लेख पाणिनि ने किया है।
- जैनेंद्र व्याकरण के आधार पर किसी जैन आचार्य ने 9वीं शताब्दी में शाकटायन व्याकरण लिखा और उसपर अमोघवृत्ति की रचना की।
- लिंगबोधक ग्रंथों में पाणिनि, वररुचि, वामन, हेमचंद्र, शाकटायन, शांतनवाचार्य, हर्षवर्धन आदि के लिंगानुशासन प्रचलित हैं।
- जैनेंद्र व्याकरण के आधार पर किसी जैन आचार्य ने 9वीं शताब्दी में शाकटायन व्याकरण लिखा और उसपर अमोघवृत्ति की रचना की।
- जैनेंद्र व्याकरण के आधार पर किसी जैन आचार्य ने 9 वीं शताब्दी में शाकटायन व्याकरण लिखा और उसपर अमोघवृत्ति की रचना की।
- इसी समय के महान गणितज्ञ ' वीराचार्य ' ने ' गणिसारसंग्रह ' की रचना की तथा शाकटायन ने ' अमोघवृत्ति ' की रचना की।
- नाम हैं-औदुम्बरायण, औपमन्यव, शाकटायन, गार्ग्य, वार्ष्यायणि, आग्रहायण, और्णवाभ, शाकपूणि, तैटीकि, गालव, स्थौलाष्ठीवी और क्रोष्टु।
- याज्ञवल्क्य, वैशंपायन, शाकटायन आदि की परंपरा में हुए, याज्ञवल्क्य स्मृति (Yajnavalkya Smriti) प्रसिद्ध है इस स्मृति में 1003 श्लोक हैं.
- याज्ञवल्क्य ब्रह्मणकालीन प्राचीन आचार्य थे जो वैशंपायन, शाकटायन आदि की परंपरा में हुए और कात्यायन ने एक वार्तिक में उन ऋर्षियों को तुल्यकाल या समकालीन कहा है।
- याज्ञवल्क्य ब्रह्मणकालीन प्राचीन आचार्य थे जो वैशंपायन, शाकटायन आदि की परंपरा में हुए और कात्यायन ने एक वार्तिक में उन ऋर्षियों को तुल्यकाल या समकालीन कहा है।