शालिहोत्र वाक्य
उच्चारण: [ shaalihoter ]
उदाहरण वाक्य
- शालिहोत्र संहिता में अश्वचिकित्सा मानव चिकित्सा क्षेत्र में चरक संहिता और सुश्रुतसंहिता जितनी महत्वपूर्ण हैं, अश्वचिकित्सा क्षेत्र में शालिहोत्र संहिता उतनी ही महत्वपूर्ण है।
- शालिहोत्र संहिता में अश्वचिकित्सा मानव चिकित्सा क्षेत्र में चरक संहिता और सुश्रुतसंहिता जितनी महत्वपूर्ण हैं, अश्वचिकित्सा क्षेत्र में शालिहोत्र संहिता उतनी ही महत्वपूर्ण है।
- संसार के इतिहास में घोड़े पर लिखी गई प्रथम पुस्तक शालिहोत्र है, जिसे शालिहोत्र ऋषि ने महाभारत काल से भी बहुत समय पूर्व लिखा था।
- संसार के इतिहास में घोड़े पर लिखी गई प्रथम पुस्तक शालिहोत्र है, जिसे शालिहोत्र ऋषि ने महाभारत काल से भी बहुत समय पूर्व लिखा था।
- कहा जाता है कि शालिहोत्र द्वारा अश्वचिकित्सा पर लिखत प्रथम पुस्तक होने के कारण प्राचीन भारत में पशुचिकित्सा विज्ञान (Vetrerinary Science) को शालिहोत्रशास्त्र नाम दिया गया।
- संसार के इतिहास में घोड़े पर लिखी गई प्रथम पुस्तक शालिहोत्र है, जिसे शालिहोत्र ऋषि ने महाभारत काल से भी बहुत समय पूर्व लिखा था।
- संसार के इतिहास में घोड़े पर लिखी गई प्रथम पुस्तक शालिहोत्र है, जिसे शालिहोत्र ऋषि ने महाभारत काल से भी बहुत समय पूर्व लिखा था।
- कहा जाता है कि शालिहोत्र द्वारा अश्वचिकित्सा पर लिखत प्रथम पुस्तक होने के कारण प्राचीन भारत में पशुचिकित्सा विज्ञान (Vetrerinary Science) को शालिहोत्रशास्त्र नाम दिया गया।
- लोक-व्यवहार का यहाँ तात्पर्य है स्थावर, जंगम जगत के व्यवहार का ज्ञान, शास्त्र का अर्थ-छन्द, व्याकरण, शब्दकोश (अमरकोश आदि), कला (चौंसठ कलाएँ), चतुर्वर्ग (धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष) को प्रतिपादित करनेवाले ग्रंथों, शालिहोत्र आदि द्वारा विरचित पशु-पक्षियों के लक्षणों को प्रतिपादित करनेवाले ग्रंथों, पुराणेतिहास आदि ग्रंथों का समुचित अध्ययन या उन विषयों का ज्ञान।
- कुरूक्षेत्र के पावन भूमि पर स्थित प्रमुख तीर्थों में ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर, ज्योतिसर, पेहवा का पृथूदक तीर्थ, स्थानेश्वर महादेव मंदिर, भ्रद्रकाली मंदिर, रामहृद तीर्थ, सालवन तीर्थ, कपिलमुनि तीर्थ, वराह तीर्थ, आपगा तीर्थ, सारसा का शालिहोत्र तीर्थ, बस्थली का व्यास स्थली तीर्थ, फरल (फलकीवन) स्थित फल्गु व पणिश्वर तीर्थ, भूरिश्रवा तीर्थ (भौर सैंदा), आदि अनेक प्रमुख तीर्थ हैं।