शिवदान सिंह वाक्य
उच्चारण: [ shivedaan sinh ]
उदाहरण वाक्य
- शिवदान सिंह चौहान के आलेख का शीर्षक था “भारत में प्रगतिशील साहित्य की आवश्यकता. ”
- इसी दिल्ली ने शिवदान सिंह चौहान की उपेक्षा ही नहीं की, उन्हें मारा भी।
- शिवदान सिंह चौहान के आलेख का शीर्षक था-‘भारत में प्रगतिशील साहित्य की आवश्यकता ' ।
- इस पत्रिाका का प्रवेशांक शिवदान सिंह चौहान के संपादन में अक्टूबर १९५१ में निकला था।
- प्रकाशचन्द्र गुप्त और शिवदान सिंह चैहान ने इस मामले में पर्याप्त उदारता का परिचय दिया।
- हो न सके जो पूर्ण काम, उनको प्रणाम-शिवदान सिंह चौहान के बहाने
- शिवदान सिंह चौहान और शमशेरबहादुर सिंह को पहली बार उन्हीं के यहाँ सुनने का मौका मिला।
- कुछ बिंदुओं से नामवरजी रामविलास शर्मा और शिवदान सिंह चौहान से भी आगे नजर आते हैं।
- शिवदान सिंह चौहान का प्रेमचंद को ' पूँजीवादी यथार्थ' का लेखक कहना, दरअसल दृष्टि का धुँधलापन है।
- 42) शिवदान सिंह चैहान के इस कथन में दो बातें ध्यान देने लायक हैं.