श्यामाचरण दुबे वाक्य
उच्चारण: [ sheyaamaachern dub ]
उदाहरण वाक्य
- फिलहाल तो यहाँ शिवसहाय चतुर्वेदी, लक्ष्मीनिवास बिडला, श्यामाचरण दुबे, चंद्रशेखर, और भगीरथ कानोडिया जैसे नामी लोगों की संग्रहित लोककथायें रखी जा सकी है जिसमें बुंदेलखंडी, राजस्थानी, छत्तीसगढ़ी, मालवा की क्रमशः बुद्धि बड़ी या भैंस, चोर और राजा, भाग्य की बात, सवा मन कंचन, आदि लोककथायें प्रमुख हैं ।
- राहुल सांकृत्यायन तुम्हारी जात-पांत की क्षय 8-डा. सुभाष चन्द्र जाति क्यों नहीं जाती? उदभावना प्रकाशन, दिल्ली, पृ.86 बी. टी. रणदिवे का लेख, जाति, वर्ग और संपत्ति के संबंध 9-श्यामाचरण दुबे भारतीय समाज नेशनल बुक ट्रस्ट, इण्डिया, दिल्ली, चौथा सं. पृ.52 10-जाति प्रथा दो निबंध संवाद प्रकाशन मुम्बई पृ.67
- श्यामाचरण दुबे अपनी पुस्तक में इसका स्पष्ट उल्लेख करते हैं, ‘‘ विचारकों का एक सशक्त और मुखरवर्ग संस्कृति की स्वायत्तता का समर्थक है, उसे संस्कृति के क्षेत्र में सत्ता का कोई हस्तक्षेप स्वीकार नहीं है, इसके विपरीत ध्रुव पर विचारकों का दूसरा वर्ग है, जो संस्कृति के संबंध में विचार करते समय उन आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक प्रक्रियाओं और शक्तियों को नहीं भूलता जिनके द्वारा अंतत: संस्कृति का स्वरूप निर्धारित होता है।