श्याम सुन्दर दास वाक्य
उच्चारण: [ sheyaam sunedr daas ]
उदाहरण वाक्य
- बाबू श्याम सुन्दर दास ने अवश्य इसे हिन्दी यानि कि खड़ी बोली की पहली कहानी माना है, अलबत्ता इसकी लिपि उर्दू है, और इसकी प्रति लखनऊ विश्वविद्यालय की टैगोर लाइब्रेरी में बाल साहित्य में पड़ी हुई है | उन दिनों किस्सों अफ़सानों का स्वरूप सँभवतः ऎसा ही रहा करता होगा, इसलिये अपने आकार प्रकार में यह आधुनिक लँबी कहानी में रखी जा सकती है ।
- शुक्ल जी के अलोचना की पुनः चर्चा करते हुये उन्होने समय की कठिनाइयों का वर्णन भी किया कि उन्हे किस प्रकार तत्कालीन साहित्यकारों की मुखर आलोचना से बचना होता था और किस प्रकार बाबू श्याम सुन्दरदास चाहते थे कि हिन्दी साहित्य का इतिहास उन्ही के (श्याम सुन्दर दास) के नाम से छपे (इस सम्बन्ध में भारत भारद्वाज का सम्पादकीय पठनीय है) आदि।
- बाबू श्याम सुन्दर दास ने अवश्य इसे हिन्दी यानि कि खड़ी बोली की पहली कहानी माना है, अलबत्ता इसकी लिपि उर्दू है, और इसकी प्रति लखनऊ विश्वविद्यालय की टैगोर लाइब्रेरी में बाल साहित्य में पड़ी हुई है | उन दिनों किस्सों अफ़सानों का स्वरूप सँभवतः ऎसा ही रहा करता होगा, इसलिये अपने आकार प्रकार में यह आधुनिक लँबी कहानी में रखी जा सकती है ।
- ‘ सरस्वती ' अपनी बालसखी ‘ नागरी ' की कहानी कहती रही ; अरबी, फारसी, अंग्रेजी के बीच संस्कृत की जमीन से अंकुरित हिन्दुस्तानी के बीज से हिन्दी-उर्दू की जुड़वा पैदाइश का वर्णन करती रही ; पं. महावीर प्रसाद द्विवेदी, आचार्य रामचंद्र शुक्ल, बाबू श्याम सुन्दर दास, और पं. श्रीनारायण चतुर्वेदी के जमाने को याद करके भावुक होकर आँसू बहाती रही ; और हम अवश होकर सुनते और भींगते रहे …