श्रौतसूत्र वाक्य
उच्चारण: [ sherautesuter ]
उदाहरण वाक्य
- शुक्ल यजुर्वेद का कात्यायन श्रौतसूत्र और कृष्ण यजुर्वेद के आपस्तम्ब, हिरण्यकेशी, बोधायन, भारद्वाज आदि के 6 श्रौतसूत्र हैं।
- आपस्तम्ब श्रौतसूत्र, सत्याषाढ श्रौतसूत्र, बौधायन गृह्यसूत्र आदि ग्रन्थों में तत्तत् आचार्यों ने मन्त्र और ब्राह्मण दोनों को वेद माना है।
- आपस्तम्ब श्रौतसूत्र, सत्याषाढ श्रौतसूत्र, बौधायन गृह्यसूत्र आदि ग्रन्थों में तत्तत् आचार्यों ने मन्त्र और ब्राह्मण दोनों को वेद माना है।
- संहिता-विधि का प्रयोजन ऋत्विजों के लिए दैनन्दिन कर्मकाण्डीय आवश्यकता की पूर्ति रहा है, जो श्रौतसूत्र अथवा गृह्यसूत्र ही कर सकते हैं।
- कौषीतकी उपनिषद् (4,1) और बौधायन श्रौतसूत्र में काशी और विदेह तथा गोपथ ब्राह्मण में काशी और कोसल जनपदों का साथ-साथ वर्णन है।
- इसी से यह अनुमान होता है कि विश्वामित्रवंशीय याज्ञवल्क्य के अनुवर्ती कात्यायन ऋर्षि ही कात्यायन श्रौतसूत्र के रचियिता हैं और गोमिलपुत्र कात्यायन स्मृतिकार हैं।
- आश्वलायन श्रौतसूत्र (2|7|13) में आया है-'पत्नीं प्राशयेदाधत्त पितरो....स्रजम्।' अश्विनौ को पुष्करस्रजौ कहा गया है, अत: 'पुष्करस्रज' शब्द में भावना यह है की पुत्र लम्बी आयु वाला एवं सुन्दर हो।
- कल्प दूसरा अंग है जो आश्वलायन आपस्तम्ब बौधायन और कात्यायन आदि ऋषियों के बनाये श्रौतसूत्र गृह्यसूत्र धर्मसूत्र है, जिनमे योग के प्रयोग मन्त्रों के विनियोग की विधि है।
- वेद में निहित ज्ञान को प्रायोगिक रूप से सार्थक बनाने के लिए अन्य सहायक ग्रंथ भी हैं जो सूत्र के नाम से जाने जाते हैं यथा श्रौतसूत्र, कल्पसूत्र, शुल्बसूत्र इत्यादि।
- वेद में निहित ज्ञान को प्रायोगिक रूप से सार्थक बनाने के लिए अन्य सहायक ग्रंथ भी हैं जो सूत्र के नाम से जाने जाते हैं यथा श्रौतसूत्र, कल्पसूत्र, शुल्बसूत्र इत्यादि।