संवैधानिक अर्थशास्त्र वाक्य
उच्चारण: [ senvaidhaanik aretheshaasetr ]
उदाहरण वाक्य
- संवैधानिक अर्थशास्त्र “बिक्री योग्य” सामानों और सेवाओं के वितरण की गतिशीलता के कार्यों के रूप में आर्थिक संबंधों को सीमित करने वाले विश्लेषण के विपरीत, राजनीतिक आर्थिक फैसलों के महत्वपूर्ण प्रभावों पर ध्यान देता है.
- ↑ पीटर बेरेनबोइम, नाताल्या मर्कुलोवा, संवैधानिक अर्थशास्त्र की 25वीं वर्षगांठ: रूसी मॉडल और रूस में कानूनी सुधार, द वर्ल्ड रूल ऑफ़ लॉ मूवमेंट एंड रशियन लीगल रिफ़ॉर्म में, संपादक फ्रांसिस नीटे और हॉली नीलसन, जस्टिट्सिनफ़ार्म, मास्को, 2007
- संवैधानिक अर्थशास्त्र के मानकों को जब वार्षिक बजट की योजना और साथ ही, समाज के प्रति उसकी पारदर्शिता के दौरान उपयोग में लाया जाता है, तो वह क़ानूनी नियम के कार्यान्वयन के लिए प्राथमिक रूप से महत्वपूर्ण दिशानिर्देश है.
- संवैधानिक अर्थशास्त्र के मानकों को जब वार्षिक बजट की योजना और साथ ही, समाज के प्रति उसकी पारदर्शिता के दौरान उपयोग में लाया जाता है, तो वह क़ानूनी नियम के कार्यान्वयन के लिए प्राथमिक रूप से महत्वपूर्ण दिशानिर्देश है.
- संवैधानिक अर्थशास्त्र के मानकों को जब वार्षिक बजट की योजना और साथ ही, समाज के प्रति उसकी पारदर्शिता के दौरान उपयोग में लाया जाता है, तो वह क़ानूनी नियम के कार्यान्वयन के लिए प्राथमिक रूप से महत्वपूर्ण दिशानिर्देश है.
- संवैधानिक अर्थशास्त्र का यह मॉडल इस समझ पर आधारित है कि संविधान और वार्षिक (या मध्यावधि) आर्थिक नीति, बजट के क़ानून और सरकार द्वारा बनायी गयी प्रशासनिक नीतियों द्वारा प्रदत्त आर्थिक और सामाजिक अधिकारों के बीच के अंतर को कम करना आवश्यक है.
- चूंकि परवर्ती राजनीतिक और आर्थिक प्रणाली वाले कई देश अपने संविधान को देश की आर्थिक नीति से अलग एक संक्षिप्त कानूनी दस्तावेज मानते आ रहे हैं, इस प्रकार संवैधानिक अर्थशास्त्र का प्रयोग देश और समाज के लोकतांत्रिक विकास के लिए एक निर्णायक शर्त बन जाता है.
- कान्स्टिटूशनल कोर्ट ऑफ रसियन फेडरेशन के प्रेसिडेंट वेलरी जॉर्किन ने संवैधानिक अर्थशास्त्र की शैक्षिक भूमिका के लिए एक विशेष संदर्भ बनाया एक, “रूस में संवैधानिक अर्थशास्त्र जैसे नए शैक्षिक विषयों को विश्वविद्यालय के क़ानून एवं अर्थशास्त्र विभागों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है.”
- कान्स्टिटूशनल कोर्ट ऑफ रसियन फेडरेशन के प्रेसिडेंट वेलरी जॉर्किन ने संवैधानिक अर्थशास्त्र की शैक्षिक भूमिका के लिए एक विशेष संदर्भ बनाया एक, “रूस में संवैधानिक अर्थशास्त्र जैसे नए शैक्षिक विषयों को विश्वविद्यालय के क़ानून एवं अर्थशास्त्र विभागों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है.”
- यह उन नियमों के भीतर आर्थिक और राजनीतिक एजेंटों के विकल्पों की व्याख्या से अलग है, जो एक “रूढ़िवादी” अर्थशास्त्र का विषय है.[1] संवैधानिक अर्थशास्त्र “मौजूदा संवैधानिक ढांचे और सीमाओं या उस ढांचे द्वारा बनाई गयी अनुकूल परिस्थितियों के साथ प्रभावी आर्थिक फैसलों की संगतता” का अध्ययन करता है.