सत्य लोक वाक्य
उच्चारण: [ sety lok ]
उदाहरण वाक्य
- किसी भी योगमार्ग से साधना करने पर स्थूल देह एवम प्राण देह का अधिकाधिक २ ० % और ३ ० % तक ही शुद्धि होती है और स्वर्ग एवं उसके आगे के लोक अर्थात महा, जन, तप या सत्य लोक तकके आध्यात्मिक प्रवास हेतु सभी देहों की पूर्ण शुद्धि परम आवश्यक है और नामजप से हमारे चारो देह अर्थात स्थूल देह, मनो देह अर्थात मन, कारण देह अर्थात बुद्धि तथा महाकारण देह अर्थात अहंकी पूर्ण शुद्धि संभव है।