सम्राट अशोक महान वाक्य
उच्चारण: [ semraat ashok mhaan ]
उदाहरण वाक्य
- इसके विपरीत जो करता है, वह अपने सम्प्रदाय की जड़ काटता है और दूसरे सम्प्रदायों का भी अपकार करता है... ।... इसलिए समवाय (परस्पर मेलजोल से रहना) ही अच्छा है, अर्थात् लोग एक-दूसरे के धर्म को ध्यान देकर सुनें और उसकी सेवा करें-सम्राट अशोक महान...
- एक मात्र भारत का न्याय प्रिय और प्रजा सेवक राजा प्रियदर्शी सम्राट अशोक महान, कहा जाता है कि सम्राट अशोक के राज्य मेँ कभी घरोँ पर ताले नही पड़ते थे, शेर और बकरी एक घाट पर पानी पीते थे यानी किसी का किसी से बैर नहीँ था ऐसे महान प्रतापी सम्राट का हमारा देश ऋणी रहेगा ।
- यही कारन है की आज मीडिया में सबकी बात होती है पर भारत को समस्त इतिहास में स्वर्णिम समय दिलाने वाले बौद्ध धम्म और उसके मानने वाले महापुरुषों जैसे सम्राट अशोक महान, आंबेडकर, जैसे महानतम लोगों की बात तक नहीं होती | क्या आपको ये कमाल नहीं लगता की भारत देश में उसके अपने भगवान् बुद्धा का कोई स्थान नहीं जबकि सारा विश्व बुद्धा की तरफ चल पड़ा है |
- इन्होँने भगवान बुद्ध के धर्म को दुनियाँ के तमाम देशोँ मेँ फैला कर बहुत बड़ा कार्य किया और भारत मेँ बौद्ध धर्म को राष्ट्रीय धर्म घोषित कर विश्वगुरू एवं सोने की चिड़िया व विश्व विजेता का दर्जा दिलाया था ऐसे देश के प्रति समर्पित सम्राट अशोक महान के लिये ह्रदय से बन्दन करता हूँ और आशा करता हूँ कि आज के समय मेँ पुनः ऐसे ही देश नायक का जन्म हो ।
- सम्राट अशोक महान से पहले या बाद में कभी कोई ऐसा राजा या सम्राट नहीं हुआ जिसने अखंड भारत जितने बड़े भूभाग पर राज किया हो | सम्राट अशोक महँ का काल ही भारत का सबसे स्वर्णिम काल था जब भारत विश्व गुरु था सोने की चिड़िया था | साडी जनता खुशाल और बेदभाव रहित थी | कमाल की बात ये है की सम्राट अशोक महान की उन्हीं की मात्रभूमि भारत में नज़रअंदाज क्यों किया जा रहा है?
- सम्राट अशोक महान से पहले या बाद में कभी कोई ऐसा राजा या सम्राट नहीं हुआ जिसने अखंड भारत जितने बड़े भूभाग पर राज किया हो | सम्राट अशोक महँ का काल ही भारत का सबसे स्वर्णिम काल था जब भारत विश्व गुरु था सोने की चिड़िया था | साडी जनता खुशाल और बेदभाव रहित थी | कमाल की बात ये है की सम्राट अशोक महान की उन्हीं की मात्रभूमि भारत में नज़रअंदाज क्यों किया जा रहा है?