सूरदास के पद वाक्य
उच्चारण: [ suredaas k ped ]
उदाहरण वाक्य
- अहमद फ़ैज़ कबीरदास हिन्दी साहित्य का इतिहास राजकमल चौधरी शमशेर बहादुर सिंह मजरूह सुल्तानपुरी बदीउज़्ज़माँ शरद जोशी बिहारी अकबर बीरबल के किस्से रसखान सूरदास के पद हिन्दीकुंज विडियो धर्मवीर भारती हिन्दी गद्यकार प्रेमचंद की कहानियाँ कबीर के दोहे रवीन्द्रनाथ ठाकुर मनोज सिंह सिंह और सियार महेंद्र भटनागर रहीम बंकि
- इस तरह एक ही सप्ताह में एक ही रचनाकार के, गायक के भक्ति गीत बार-बार सुनवाए गए, और एक तो वही भजन दुबारा सुनवा दिया गया जबकि कई रचनाकारों और गायक कलाकारों के कई भक्ति गीत ऐसे हैं जो लम्बे समय से नही सुनवाए गए-जैसे रसखान की भक्ति रचनाएं, सूरदास के पद, प्रकाश कौर की आवाज में नानक की वाणी, जुतिका राय के गाए भक्ति गीत, आगे के समय की रचनाओं में वाणी जयराम के गाए मीरा भजन, अनुराधा पौडवाल की गाई स्तुतियाँ।
- सूरदास के पद ' सबसे बड़ी पे्रम सगाई ' और ' हिन्दू तन मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय ' तथा मैं अखिल विश्व गुरू मेरे वेदों का ज्ञान अमर, के गीतों से जहां समा बांधा वहीं वाहिद अली वाहिद और अनपढ़ ने अपनी कविता प्रेम पन्थ वाला ही मेरा अभ्यागत है, जन्म दिवस की इस वेला पर अभिनन्दन है स्वागत है तथा हार न माना कभी, रार न ठाना कभी, लखनऊ की शान अटल बिहारी जी भारती का स्वाभिमान के माध्यम से उपस्थित विशाल जन समुदाय के मन को मोह लिया।