सैयद हैदर रज़ा वाक्य
उच्चारण: [ saiyed haider reja ]
उदाहरण वाक्य
- सैयद हैदर रज़ा उर्फ़ एस. एच. रज़ा (जन्म 22 फ़रवरी, 1922) एक प्रतिष्ठित भारतीय कलाकार हैं जो 1950 के बाद से फ्रांस में रहते और काम करते हैं, लेकिन भारत के साथ मजबूती से जुड़े हुए हैं.
- सैयद हैदर रज़ा उर्फ़ एस. एच. रज़ा (जन्म 22 फ़रवरी, 1922)[1] एक प्रतिष्ठित भारतीय कलाकार हैं जो 1950 के बाद से फ्रांस में रहते और काम करते हैं, लेकिन भारत के साथ मजबूती से जुड़े हुए हैं.
- सैयद हैदर रज़ा की कला की जड़ें बीसवीं सदी से जुड़ी हुई हैं, यह वो समय है जब हिन्दुस्तान को उपनिवेश बना दिया गया था, यह पूरी तरह से गरीब था तथा लोग स्वतंत्रता के लिए मचल रहे थे.
- सैयद हैदर रज़ा की कला की जड़ें बीसवीं सदी से जुड़ी हुई हैं, यह वो समय है जब हिन्दुस्तान को उपनिवेश बना दिया गया था, यह पूरी तरह से गरीब था तथा लोग स्वतंत्रता के लिए मचल रहे थे.
- मैं मूलतः मण्डला का हूं, मण्डला ही मेरी जन्म स्थली है, अपनी माटी से लगाव स्वाभाविक है, मुझे गर्व हुआ जब मैने यूं ही सर्फिंग करते हुये बीबीसी पर मेरे पिता जी के स्कूल के दिनों के दो एक वर्ष आगे के साथी अब फ्रांस में रह रहे मशहूर पेंटर सैयद हैदर रज़ा का इंटरव्यू पढ़ा...
- मशहूर भारतीय पेंटर सैयद हैदर रज़ा पेंटर एम एफ हुसैन जहाँ भारत को छोड़कर क़तर की नागरिकता ले चुके हैं, वहीं रज़ा 88 साल की उम्र में बाक़ी जीवन गुज़ारने के लिए भारत लौटना चाहते हैं, कुछ समय पहले जब लंदन के नीलामीघर क्रिस्टीज़ ने रज़ा की पेंटिंग ' सौराष्ट्र ' की नीलामी 16 करोड़ रुपए में की तो वे भारत के सबसे महँगे कलाकार के रूप में चर्चा में आए.
- सैयद हैदर रज़ा का जन्म मध्य प्रदेश के मंडला जिले के बाबरिया में, जिले के उप वन अधिकारी सैयद मोहम्मद रज़ी और ताहिरा बेगम के घर हुआ था, तथा यही वह जगह थी जहां उन्होनें अपने जीवन के प्रारंभिक वर्ष गुज़ारे व 12 वर्ष की आयु में चित्रकला सीखी, जिसके बाद 13 वर्ष की आयु में मध्य प्रदेश के ही दमोह चले गए, जहां उन्होनें राजकीय उच्च विद्यालय, दमोह से अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त की.
- सैयद हैदर रज़ा का जन्म मध्य प्रदेश के मंडला जिले के बाबरिया [6] में, जिले के उप वन अधिकारी सैयद मोहम्मद रज़ी और ताहिरा बेगम के घर हुआ था[7] [8], तथा यही वह जगह थी जहां उन्होनें अपने जीवन के प्रारंभिक वर्ष गुज़ारे व 12 वर्ष की आयु में चित्रकला सीखी, जिसके बाद 13 वर्ष की आयु में मध्य प्रदेश के ही दमोह चले गए[9], जहां उन्होनें राजकीय उच्च विद्यालय, दमोह से अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त की.