स्वस्तिवाचन वाक्य
उच्चारण: [ sevsetivaachen ]
उदाहरण वाक्य
- महेशानन्द और अष्टभुजा बाबा ने स्वस्तिवाचन से कार्यवाही प्रारम्भ की, “स्वस्ति नो इन्द्रो, स्वस्ति नो पूषा...”।
- वैदिक विद्वानों ने स्वस्तिवाचन पाठ प्रारम्भ किया और सबों ने अपनी-अपनी आरतियाँ जला ई।
- इन्द्राणी ने ब्राह्यण पुरोहितो द्वारा स्वस्तिवाचन कराकर इन्द्र के दाये हाथ में रक्षा सूत्र को बाँध दिया ।
- (३) नमस्कार के बाद हाथ में पुष्प, अक्षत, जल लेकर स्वस्तिवाचन कराया जाए ।।
- ब्राह्मण को चाहिए कि स्वस्तिवाचन तथा वैदिक पाठ करें तथा गृहस्थ एवं पितर के प्रति शुभकामनाएं व्यक्त करें।
- ऋषिकुल ब्रह्मचारिय आश्रम के विद्यार्थियों ने समवेतश्वर में स्वस्तिवाचन, सुरभि स्तवन, सुरभि मानस पूजा स्रोत की प्रस्तुती दी।
- तत्पश्चात् ' वर' और कन्यादाता परस्पर अभिमुख बैठकर षट्कर्म, कलावा, तिलक, कलशपूजन, गुरुवन्दना, गौरी-गणेश पूजन, सर्वदेवनमस्कार, स्वस्तिवाचन करें ।
- होम, आचमन, सन्ध्या, स्वस्तिवाचन और देव पूजादि कर्मों को एक वस्त्र से न करे ।
- तत्पश्चात धूप-दीप व स्वस्तिवाचन आदि वैदिक मंत्रों के साथ (अथवा भक्तिभाव से आरती के द्वारा) उनकी पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
- इसके साथ अंगूठे के पोरूए के बराबर आकार वाले बालखिल्यादि 60000 ऋषि स्वस्तिवाचन और स्तुति करते हुए चलते हैं।