स्वामी विरजानन्द वाक्य
उच्चारण: [ sevaami virejaanend ]
उदाहरण वाक्य
- स्वाभाविक ही पढ़ लिखकर, स्वामी विरजानन्द जी से ज्ञान प्राप्त करके उनकी आज्ञा अनुसार आर्य समाज की स्थापना की और आर्य समाज के काम में समाज द्वारा दबाए हुए अपने ही भाइयों के उद्धार का भी कार्यक्रम रखा.
- कुछ आर्य समाजी विद्वानों ने पिछले कुछ समय से ऐसे लेखादि लिखने प्रारम्भ किये हैं जिनमें यह स्थापना की गई है कि महर्षि दयानन्द सरस्वती तथा उनके गुरू स्वामी विरजानन्द जी का सन् 1857 के विद्रोही नेताओं से सम्बन्ध था।
- जिस समय केशवचन्द्र सेन ब्रह्मसमाज के प्रचार में संलग्न थे लगभग उसी समय दण्डी स्वामी विरजानन्द की मथुरा पुरी स्थित कुटी से प्रचण्ड अग्निशिखा के समान तपोबल से प्रज्वलित, वेदविद्यानिधान एक सन्यासी निकला, जिसने पहले-पहल संस्कृतज्ञ विद्वात्संसार को वेदार्थ और शास्त्रार्थ के लिए ललकारा।
- क्रांति के पूर्व ही उन्होंने महोली (मधुवन ध्रुवजी की कदम खंडी) में क्रांति आयोजकों का एक सम्मेलन किया और उसमें मथुरा के उग्र विचारों वाले विद्यागुरु स्वामी विरजानन्द को एक पालकी में बैठाकर वहाँ ले गये, उनका भेट पूजा से समादर किया और उनके प्रभावशाली भाषण से उपस्थित जनों को अपने निश्चय में दृढ़ प्रयासी बनाया ।