हलाल की कमाई वाक्य
उच्चारण: [ helaal ki kemaae ]
उदाहरण वाक्य
- आज गौर करता हूं तो इस्लाम का असर सोच पर साफ़ दिखता है-“अमानत में खयानत नही करनी” “हक हलाल की कमाई करनी” “हमेंशा हर हाल में शुक्र करना” “किसी का हक नही मारना”
- ये भारतीय उपमहाद्विप के कुछ मौलवियों के दिमाग की उपज है जिनका पेट हलाल की कमाई से नही भर रहा था तो उन्होने अनपढ मुसलमानों के वर्ग को निशाना बना कर अलग-अलग त्योहार बनायें है … अरब में आपको “ ग्यारवीं शरीफ़ ” का नामोनिशान नही मिलेगा..
- ' मैंने पूछा-‘ फिर? ' किस्सागो ने जवाब दिया-‘ फिर क्या? हम अपने आप में लौटते उससे पहले ही मस्तान ने दो रुपये का वह नोट हमारी तरफ बढ़ाया और उसी सपाट आवाज में बोला-‘ मेरी हलाल की कमाई यही है।
- परन् तु हमारे लिए यह समझना ज़रा मुश्किल हो सकता है कि जो व् यक्ति अपने सामने आए हुए और अपने अधिकारपूर्वक (या हलाल की कमाई से) प्राप् त भोग् य पदार्थ में से ” कुछ ” स् वेच् छा से परित् याग करता है, उस व् यक्ति को उस त् याग से व् यक्तिगत रूप में क् या लाभ हो सकता है!
- ये बात तो ५वीं के बच्चे को भी पता होती है... “ग्यारवीं शरीफ़” इस्लाम में नही है....इसका कुरआन या किसी भी सही हदीस में ज़िक्र नही है...ये भारतीय उपमहाद्विप के कुछ मौलवियों के दिमाग की उपज है जिनका पेट हलाल की कमाई से नही भर रहा था तो उन्होने अनपढ मुसलमानों के वर्ग को निशाना बना कर अलग-अलग त्योहार बनायें है...अरब में आपको “ग्यारवीं शरीफ़” का नामोनिशान नही मिलेगा..