१०२८ वाक्य
उच्चारण: [ 1028 ]
उदाहरण वाक्य
- पुरी के मदल पंजी के इतिहास से ज्ञात होता है, कि सन १०२८ में, राजा नॄसिंहदेव ने कोणार्क के सभी मंदिरों के नाप-जोख का आदेश दिया था।
- सामान्यतः अथर्ववेद में ६००० मन्त्र होने का मिलता है परन्तु किसी-किसी में ५९८७ या ५९७७ मन्त्र ही मिलते हैं ऋक् संहिता [ऋग्वेद] में १० मंडल, बालखिल्य सहित १०२८ सूक्त हैं।
- हिंदुओं में इसकी महत्वता इसी बात से समझी जा सकती है कि ऋग्वेद के प्रथम श्लोक का प्रथम शब्द ही अग्नि है और १०२८ श्लोकों में से २१८ श्लोक अग्नि को समर्पित हैं।
- पू।, जर्मन विद्वान जैकोबी एवं बाल गंगाधर तिलक के मत में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ४५०० ई. पू., पं. रामगोपाल द्विवेदी के अनुसार ५०००० से १८००० ई; पू;, विंटर नित्ज़ के अनुसार २५०० ई; पू;, मक्स्मूलर के मत में १५०० ई.;पू; में रचित)२ के १० मंडलों, १०२८ सूक्तों में विविध ऋषियों (वागाम्भ्रिणी३, घोषा काक्षीवती४, अपाला, आत्रेयी५, आदि महिला ऋषियों सहित) ने अन्य विषयों के साथ काव्य शास्त्र का भी अद्भुत वर्णन किया है.