२६ सितंबर वाक्य
उच्चारण: [ 26 sitenber ]
उदाहरण वाक्य
- अनुभूति के २६ सितंबर २०११ के अंक में पढ़ें-गीतों में राम सेंगर, अंजुमन में सिया सचदेव, छंदमुक्त में शिखा वार्ष्णेय, दोहों में शशि पाधा और पुनर्पाठ में राष्ट्रपिता के समर्पित कविताओं का संकलन-तुम्हें नमन।
- २६ सितंबर (September 26), १९५५ को बरमूडा के दक्षिण में अटलांटिक में एक पर्यटन नौका बहती हुई पाई गई; कहानियो (बेर्लित्ज़, विनर) में आमतौर पर यह कहा गया है कि तीन आँधियों के बीच नाविक लापता हो गए जबकि जहाज समुद्र में बच गया.
- आवेदन करने के तुरंत बाद जापान की वित्तीय सेवा एजेंसी (एफएसए) ने लेहमन ब्रदर्स जापान को १२ दिन के लिए २६ सितंबर तक परिचालन स्थगित करने का आदेश दिया, क्योंकि एजेंसी को खबर लगी कि जापानी इकाई भी दीर्घकाल में डिफाल्ट के दायरे में आ सकती है।
- लगातार खराब प्रदर्शन से निराश ओलंपियन जयंत तालुकदार अपनी लय वापस पाने के लिये कड़ी मशक्कत कर रहे हैं और उन्होंने जोर देते हुए कहा कि वह २६ सितंबर को कोपेनहेगन में होने वाले विश्व कप फाइनल में स्वर्ण पदक की दौड़ से बाहर नहीं हुए हैं।
- अभिव्यक्ति के २६ सितंबर २०११ के अंक में पढ़ें मथुरा कलौनी की कहानी-एक झूठ, संजीव सलिल की लघुकथा-गांधी और गांधीवाद, अनुपम मिश्र का आलेख-तैरने वाला समाज डूब रहा है, रिंपी खिल्लन सिंह का आलेख-सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की लोक चेतना और देशविदेश से साहित्यिक सांस्कृतिक समाचार।
- 1. अब तक सुप्रीम कोर्ट के किस न्यायाधीश का कार्यकाल सबसे कम यानी १७ दिन का रहा? ((क)) न्यायमूर्ति के.एन.सिंह((ख)) न्यायमूर्ति एम.एच.कानिया((ग))न्यायमूर्ति ललित मोहन शर्मा((घ)) न्यायमूर्ति ई.एस.वेंकटरमैया2.न्यूजीलैंड कब आजाद हुआ?((क)) २६ जुलाई १९०७((ख)) २६ अगस्त १९०७((ग)) २६ सितंबर १९०७ ((घ)) २६ अक्टूबर १९०७3.कलिंग पुरस्कार किस क्षेत्र में दिया जाता है?
- अभि-अनु २६ सितंबर २०११ अभिव्यक्ति के २६ सितंबर २०११ के अंक में पढ़ें मथुरा कलौनी की कहानी-एक झूठ, संजीव सलिल की लघुकथा-गांधी और गांधीवाद, अनुपम मिश्र का आलेख-तैरने वाला समाज डूब रहा है, रिंपी खिल्लन सिंह का आलेख-सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की लोक चेतना और देशविदेश से साहित्यिक सांस्कृतिक समाचार।
- अभि-अनु २६ सितंबर २०११ अभिव्यक्ति के २६ सितंबर २०११ के अंक में पढ़ें मथुरा कलौनी की कहानी-एक झूठ, संजीव सलिल की लघुकथा-गांधी और गांधीवाद, अनुपम मिश्र का आलेख-तैरने वाला समाज डूब रहा है, रिंपी खिल्लन सिंह का आलेख-सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की लोक चेतना और देशविदेश से साहित्यिक सांस्कृतिक समाचार।
- अगर आप दिल्ली में हैं और रविवार २६ सितंबर को कुछ सार्थक देखना चाहते हैं तो प्रेस क्लब पहुंचे...आपको वहां कार्टूनिस्ट इरफान की कूची से कॉमनवेल्थ गेम्स की गफ़लत, भ्रष्टाचार, सरकारी काहिली का हर रंग देखने को मिलेगा...ये प्रदर्शनी दस दिन तक चलेगी...मैं तो जाऊंगा ही, आप भी आइएगा ज़रूर...ये रही सूचना जो जनसत्ता और हिंदुस्तान जैसे प्रतिष्ठित अखबारों में छपी है...