अंगुत्तर निकाय वाक्य
उच्चारण: [ anegautetr nikaay ]
उदाहरण वाक्य
- (उगह सुतंत अंगुत्तर निकाय) इस तरह चूंकि सभी धर्म (बौद्ध धर्म कुछ सीमा तक) स्त्री को पुरुषों से निम्न और प्राकृतिक तौर पर निर्भर मानते हैं अत: धर्म और उसके नैतिक नियमों का सांस्कृतिक ढांचा कभी भी पुरुष वर्चस्व के खिलाफ नहीं जाएगा।
- अंगुत्तर निकाय ” में वार्णित महाजनपदों यथा अंग, अस्मक, अवन्ती, गंधार, मगध, छेदी आदि में से बहुतों का उल्लेख महाभारत में भी मिलता है जो इस बात का संकेत है कि यह ग्रन्थ मात्र पौराणिक ही नहीं तथापि कुछ ऐतिहासिकता को भी संजोये है.