अपराजितो वाक्य
उच्चारण: [ aperaajito ]
उदाहरण वाक्य
- इस श्रृंखला की दूसरी फिल्म ' अपराजितो ' 1956 में आई और तीसरी फिल्म 1959 में ' अपूर संसार ' के नाम से सामने आई।
- पथेर पांचाली, अपूर संसार और अपराजितो में उन्होंने ग्रामीण भारत की तस्वीर खींची, तो चारुलाता में अकेलेपन से जूझती एक महिला का सचिव चित्रण किया.
- उन्होंने कहा कि पाथेर पांचाली, अपूर संसार तथा अपराजितो में सत्यजीत रे ने जिस सादगी से ग्रामीण जनजीवन का चित्रण किया है वह अद्भुत है।
- और शायद यही सत्यजित राय के ' अपराजितो ' के उस आख़री सीन-” बाप अपू के कांधे पर चढ़े बेटे ''-का मर्म भी है।
- अपराजितो बनाते हुए राय ने त्रयी बनाने का विचार नहीं किया था, लेकिन वेनिस में उठे एक प्रश्न के बाद उन्हें यह विचार अच्छा लगा।
- पथेर पांचाली (1955) • अपराजितो (1957) • पारश पत्थर (1958) • जलसाघर (1958) • अपुर संसार (1959) • देवी (1960) • तीन कन्या (1961) • रवीन
- पथेर पांचाली (1955) • अपराजितो (1957) • पारश पत्थर (1958) • जलसाघर (1958) • अपुर संसार (1959) • देवी (1960) • तीन कन्या (1961) • रवीन्द
- ** भारतीय फ़िल्मों में इस से पहले यह सम्मान १९३६ की शेख़ फ़त्तेलाल की संत तुकाराम और सत्यजित राय की अपराजितो को ही हासिल हुआ है।
- यह फ़िल्म अपेक्षाकृत तीन भागों में बंट जाती है, संरचनात्मक रूप से अपराजितो मुख्यत: पाथेर पांचाली और 'अपुर संसार' के बीच पुल के रूप में अर्थपूर्ण है।
- यह फ़िल्म अपेक्षाकृत तीन भागों में बंट जाती है, संरचनात्मक रूप से अपराजितो मुख्यत: पाथेर पांचाली और 'अपुर संसार' के बीच पुल के रूप में अर्थपूर्ण है।