अभिनवगुप्त वाक्य
उच्चारण: [ abhinevgaupet ]
उदाहरण वाक्य
- अभिनवगुप्त ने तो उत्साह को शान्त रस का भी स्थायी माना है।
- आचार्य अभिनवगुप्त ने इसे अव्युत्पन्न (अनगढ़, ग्राम्य) जनभाषा कहा है।
- इससे पता चलता है कि आचार्य भट्टनायक आचार्य अभिनवगुप्त के पहले हुए हैं।
- तथापि जयरथ आ0 अभिनवगुप्त के प्रक्रिया ग्रन्थ रचनारूप उद्देश्य की सूचना से परिपूर्ण हैं।
- इनके पुत्र तथा शिष्य लक्ष्मणपुत्र अभिनवगुप्त के प्रत्यभिज्ञा तथा क्रमदर्शन के महामहिम गुरु थे।
- ईश्वरप्रत्याभिज्ञविमर्शिनी (गूगल पुस्तक ; रचयिता-अभिनवगुप्त ; व्याख्याता: के ए सुब्रमनिया अय्यर)
- काव्यप्रकाश में आचार्य अभिनवगुप्त के मत को निम्नलिखित शब्दों में व्यक्त किया गया है-
- कुलपति मिश्र [22] कुलपति मिश्र के उपर्युक्त लक्षण पर अभिनवगुप्त के मत की छाया है।
- अभिनवगुप्त समा्रट यशस्कर के तृतीय पीढ़ी के समय में तंत्रालोक का लेखन कार्यकर रहे थे।
- मसलन-इब्नेबतूता, सरहपा, अभिनवगुप्त, चन्द्रगुप्त मौर्य एवं आजकल कबीरदास जैसी अविस्मरणीय कविताएँ।