अमज़द खान वाक्य
उच्चारण: [ amejed khaan ]
उदाहरण वाक्य
- हल्का फुल्का नाश्ता ले कर जब हम टहलने के लिए सड़क पर कुछ आगे बढ़े तो एकाएक अभिनेता अमज़द खान जैसी काया वाला एक पुलिस कर्मी, पीछे से आवाज़ देता हुया अपना डंडा हमारे सामने तान कर खड़ा हो गया।
- वगैरह! लक्ष्मण झूला के नाम से मेरा मन कुछ ठीक हुआ! मुझे अमिताभ याद आ गये ; वे घोड़े पर सवार अमज़द खान का पीछा कर रहे हैं, और अमज़द खान एक जीप पर आगे भागे जा रहे हैं,...
- वगैरह! लक्ष्मण झूला के नाम से मेरा मन कुछ ठीक हुआ! मुझे अमिताभ याद आ गये ; वे घोड़े पर सवार अमज़द खान का पीछा कर रहे हैं, और अमज़द खान एक जीप पर आगे भागे जा रहे हैं,...
- _के बाद राजकुमार, विजय आनंद, प्रिया राजवंश अभिनीत “ हिंदुस्तान की क़सम ” खूब पसंद हैं, _ये वो फिल्म है जिसके द्वारा ' अमज़द खान ' फ़िल्मी परदे पर पहली बार प्रकट हुए थे, इसमें इनका रोल एक पाकिस्तानी फाइटर पायलट का था!!
- बॉलीवुड के गब्बर सिंह यानी अमज़द खान की आज डेथ एनिवर्सरी है। ‘ शोले ’ में गब्बर सिंह का रोल अदा कर लोकप्रियता बटोरने वाले अमजद खान आज हमारे बीच तो नहीं हैं पर उनकी यादें सबको यह कहने पर मजबूर कर देती हैं कि वह विलेन नहीं हीरो थे. आइए नजर डालते हैं उनके जीवन के सफ़र परः
- 68 किलो के सदाबहार देवानंद, शनैः शनैः उत्सव के अमज़द खान की तरह होने लगा, कोई कहता कि आप पचपन के नहीं लगते तो मैं लक्का कबूतर सा गरदन नचा कर कहता, “ यह तो पचपन का बचपन है, यार! ” किंतु पता नहीं कौन सी टेलीपैथी हुयी कि जिस दिन मेरी पंडिताइन ने श्री ज्ञानदत्त जी का फोटू देख कर कहा,”
- 68 किलो के सदाबहार देवानंद, शनैः शनैः उत्सव के अमज़द खान की तरह होने लगा, कोई कहता कि आप पचपन के नहीं लगते तो मैं लक्का कबूतर सा गरदन नचा कर कहता, “ अभी तो पचपन का बचपन है, यार! ” किंतु पता नहीं कौन सी टेलीपैथी हुयी कि जिस दिन मेरी पंडिताइन ने श्री ज्ञानदत्त जी का फोटू देख कर कहा, “अरे, यह तो तुम्हारे उम्र के ही लगते हैं, लेकिन खासे मोटे हैं! ” बस्स यारों, समझो उसी दिन मेरी फ़ुरसत हो गयी ।
- 68 किलो के सदाबहार देवानंद, शनैः शनैः उत्सव के अमज़द खान की तरह होने लगा, कोई कहता कि आप पचपन के नहीं लगते तो मैं लक्का कबूतर सा गरदन नचा कर कहता, “ अभी तो पचपन का बचपन है, यार! ” किंतु पता नहीं कौन सी टेलीपैथी हुयी कि जिस दिन मेरी पंडिताइन ने श्री ज्ञानदत्त जी का फोटू देख कर कहा, “ अरे, यह तो तुम्हारे उम्र के ही लगते हैं, लेकिन खासे मोटे हैं! ” बस्स यारों, समझो उसी दिन मेरी फ़ुरसत हो गयी ।