अमृत और विष वाक्य
उच्चारण: [ amerit aur vis ]
उदाहरण वाक्य
- विचारों का जब मंथन होता है तो अमृत और विष दोनों निकलता है-अब ये बंटवारे पर है कि किसको क्या मिलता है?
- अमृत और विष औषध-बिना जागा हुआ औषध, वैसा ही है, जैसे विष, या जैसे आग, या जैसे बिजली है.
- अमृत और विष के साथ निकले नवरत्नों में वह भी एक था और उसे सामान्य वृक्ष समझकर इंद्र ने कौतूहलवश इंद्राणी को दे दिया था।
- लेकिन अमृत और विष का जो भाई भतीजावाद है, उसे आधुनिक हमारे युग के सन्दर्भ में पहले पहल सईद ने ही EXPOSE किया.
- अधिकांश के विश्वास-कोष में वह जगन्नियन्ता के समान ही एकाकी थी ; पर वह कभी युवती भी थी, उसके भी नेत्रों में अमृत और विष था।
- ‘ अमृत और विष ' के रमेश और रानी भी विवाह के रूढ़िवादी बन्धनों को तोड़कर अन्तर्जातीय विवाह कर लेते हैं तथा सुखपूर्वक जीवन यापन करते हैं।
- शायद यही वजह थी कि समुद्र मंथन के बाद जब देवताओं और असुरों को अमृत और विष पिलाना था तो विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण किया।
- बज़्मे-मज़ा-ए-दर्द में लो हम भी कदम रखते हैं (परवाज़= उड़ान ; शीरो-आब =दूध और पानी; नज़रे-दुदम = दोधारी नज़र ; आबे-ज़ीस्त-ओ-सम= अमृत और विष ;
- उस तम्बू में देवी-देवता और दानवों के चेहरे विचार-मंथन से उसी तरह निकले हैं जैसे हजारों साल पहले समुद्र मंथन से अमृत और विष के घड़े निकले थे।
- जैसाकि ‘ अमृत और विष ' में लेखक ने लिखा है-“ जड़-चेतनमय, विष-अमृतमय, अन्धकार-पकाशमय, जीवन में न्याय के लिए कर्म करना ही गति है।