अम्बेडकरवाद वाक्य
उच्चारण: [ amebedekrevaad ]
उदाहरण वाक्य
- अम्बेडकरवाद का अर्थ है अम्बेडकर के विचार, आज हम अम्बेडकर की तो बात करते हैं लेकिन उनके विचारों को दलित साहित्य में अपना नहीं रहे हैं।
- ये अम्बेडकरवाद और बुद्धवाद का ईश्वरीकरण कर इसे संकीर्णताओं में जकड़ कर पुरोहितवाद की ओर ले जा रहे हैं और समाज को लकीर का फकीर बनाने पर तुले हैं.
- उन्होंने कहा कि आलेख में लिखा गया है कि आनन्द तेलतुम्बड़े अम्बेडकरवाद और मार्क्सवाद का समन्वय करते हैं, जबकि उन्होंने ‘ समन्वय ' शब्द का इस्तेमाल कहीं नहीं किया है।
- रैलियों में साथ चले वाहनों पर लगे लाल झण्ड़ों पर लिखे “ जय भीम ' ' व ‘‘ जिन्दाबाद ” के नारे एक नए किस्म के वामपंथी अम्बेडकरवाद का संकेत भी देते है।
- यदि एक वाक्य में अम्बेडकरवाद की परिभाषा करनी हो तो कहा जा सकता है कि दलितों की मानव गरिमा को समाज में स्वीकृति प्रदान कराने के संघर्ष का ही नाम अम्बेडकरवाद है।
- यदि एक वाक्य में अम्बेडकरवाद की परिभाषा करनी हो तो कहा जा सकता है कि दलितों की मानव गरिमा को समाज में स्वीकृति प्रदान कराने के संघर्ष का ही नाम अम्बेडकरवाद है।
- तेज सिंह के मुताबिक हमें यह तय करना होगा कि आखिर हमें चाहिये क्या अम्बेडकरवाद या दलितवाद, इस प्रश् न पर गहराई से विचार करके ही हम दलित साहित्य को सही दिशा दे सकते हैं।
- हाल के वर्षों में बहुतेरे मार्क् सवादी विद्वान और संगठन दोनों पक्षों की दार्शनिक-राजनीतिक-सामाजिक अवस्थितियों की विवेचना की गहराई और विस्तार में गये बिना लोकरंजक ढंग से मार्क् सवाद और अम्बेडकरवाद में समन्वय की कोशिशें करते रहे हैं।
- आजकल हर किसी के मन में धम्म के बड़ते वर्चस्व के प्रति बहुत जिज्ञासा है लोग इसे अम्बेडकरवाद के नाम से भी पुकारने लगे हैं | इसी जिज्ञासा का सटीक उत्तर देने के लिए ये पोस्ट लिखा गया है |
- लेकिन कुछ समय बाद मार्क्सवाद और अम्बेडकरवाद के प्रश्नों पर उनमें गंभीर मतभेद उभर आए और वैचारिक आग्रहों और मतभेदों के चलते ' दलित पैंथर' आंदोलन बिखरकर अपनी ताकत खोने लगा जिसका असर बाद में दलित आंदोलन पर भी दिखाई दिया।