अयोध्यासिंह उपाध्याय वाक्य
उच्चारण: [ ayodheyaasinh upaadheyaay ]
उदाहरण वाक्य
- अयोध्यासिंह उपाध्याय · अनंतमूर्ति · आर. के. नारायण · अकिलन · आग़ा हश्र कश्मीरी · जयशंकर प्रसाद · प्रे
- 16 मार्च, 1947 को अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' ने इस दुनिया से लगभग 76 वर्ष की आयु में विदा ली।
- इस काल प्रसंग में यदि अयोध्यासिंह उपाध्याय का नाम न लिया जाय तो यह उनके साथ बड़ा अन्याय होगा।
- 16 मार्च, 1947 को अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' ने इस दुनिया से लगभग 76 वर्ष की आयु में विदा ली।
- सर्वश्री मैथिलीशरण गुप्त, अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध', श्रीधर पाठक, रामनरेश त्रिपाठी आदि इस युग के यशस्वी कवि हैं।
- उन्नीसवीं शताब्दी के अन्तिम दशक में 1890 ई. के आस-पास अयोध्यासिंह उपाध्याय ने साहित्य सेवा के क्षेत्र में पदार्पण किया।
- अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘ हरिऔध ' के काव्य ‘ प्रियप्रवास ' का आरंभिक छंद है-दिवस का अवसान समीप था।
- अयोध्यासिंह उपाध्याय के अनुसार-' जिससे होता ही रहे अन्य जनों को क्षोभ/ है आनंदित कर नहीं निंदित है वह लोभ।'
- अयोध्यासिंह उपाध्याय के अनुसार-' जिससे होता ही रहे अन्य जनों को क्षोभ/ है आनंदित कर नहीं निंदित है वह लोभ।'
- सर्वश्री मैथिलीशरण गुप्त, अयोध्यासिंह उपाध्याय ' हरिऔध ', श्रीधर पाठक, रामनरेश त्रिपाठी आदि इस युग के यशस्वी कवि हैं।