आए दिन बहार के वाक्य
उच्चारण: [ aa din bhaar k ]
उदाहरण वाक्य
- यों तो महेन्द्र कपूर के गाए हुए गीतों और फिल्मों के नामों की एक बड़ी सूची हैं मगर फिर भी बंधन, जिस देश में गंगा बहती है, हरियाली और रास्ता, किस्मत, काजल, अनमोल मोती, सम्बन्ध, जब याद किसी की आती है, आए दिन बहार के, गोपी, बहारें फिर भी आएंगी जैसी लोकप्रिय गीत और संगीत से सजी उनकी फिल्में उनकी अनूठी गायन क्षमता का अनुपम उदाहरण है।
- आशा पारिख की प्रमुख हिन्दी फिल्मों में दिल देके देखो, जब प्यार किसी से होता है, दो बदन, बिन बादल बरसात, जिद्दी, लव इन टोकियो, मेरे सनम, बहारों के सपने, उपकार, आए दिन बहार के, आन मिलो सजना, आया सावन झूम के, कटी पतंग, मेरा गांव मेरा देश, समाधि, बिन फेरे हम तेरे और मैं तुलसी तेरे आंगन की आदि के नाम शामिल हैं।
- रंग बिरंगे फूलोँ की डालियाँ, भँवरें, झील का मंज़र, हरी भरी वादियाँ, उपर खुला नीला आसमान, उनमें सफ़ेद बादलों की टोलियाँ, प्रकृति के ये नज़ारे दिल को इस तरह से छू लेते हैं कि गीत के आख़िरी अंतरे में कहा गया है कि “ ऐसा समा जो देखा राही भी राह भूले, के जी चाहा यहीं रख दें उमर सारी गुज़ार के, संभल जाओ चमन वालों के आए दिन बहार के ” ।