आदमी और इंसान वाक्य
उच्चारण: [ aademi aur inesaan ]
उदाहरण वाक्य
- बी. आर. चोपड़ा के 'बी.आर. फिल्म्स' के द्वारा बनाई गई लोकप्रिय फिल्में हैं एक ही रास्ता (1956), नया दौर (1957), साधना (1958), धूल का फूल (1959), कानून (1961), धर्मपुत्र (1962), गर्ल्स हॉस्टल (1962), गुमराह (1963), वक्त (1965), हमराज़ (1967), इत्तिफाक (1969), हम एक हैं (1970), आदमी और इंसान (1970), जवाब (1970), छाटी सी बात (1976), इंसाफ का तराजू (1980)।
- विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति, फिर यह गीत-जागेगा इंसान ज़माना देखेगायह भी बताया कि कभी-कभार कुछ दुःख दायी घटनाएं भी हो जाती हैं, लेकिन प्रेरणा दायी प्रसंग भी हैं जिससे देश की अखण्डता बनी हैं, गीत रहा-छोडो कल की बातेअंत में उन फिल्मो के नाम भी बताए जिनके गीत सुनवाए गए-जख्मी, आदमी और इंसान और हम हिन्दुस्तानी।
- मुल्ला पांडे का रोजनामचा, उस रात, समय वही था, धुंध से गुजरते हुए, वो फिर नहीं आया, रात का सफर, प्रथम प्रेम, रात गुजर गयी, धरती पुत्र, कालचक्र और ‘ नेहा ' के साथ ‘ चांद नगर ' शीर्ष कथा भी संग्रह की कहानियों के शीर्षक हैं इनमें आदमी और इंसान के अंतर को भी स्पष्ट किया गया है।
- लेकिन जिन्दगी सीधी सपाट नहीं होती है और इसकी कई रंग होती हैं इसीको समझने की कोशिश करता आदमी और इंसान फ़िल्म का गाना जिन्दगी के रंग कई रे ओ साथी रे हम कई आयामों से जिन्दगी को समझने की कोशिश जरूर कर रहे हैं लेकिन फ़िर भी सत्यकाम फ़िल्म के इस गाने की तरह जिन्दगी है क्या बोलो जिन्दगी है क्या, यह तो एक व्यक्ति के द्रष्टिकोण के ऊपर निर्भर करता है.
- कई जगह अँधेरे की ओट में आदमी और इंसान, नर और नारी, बूढ़े और बच्चे इस गड्ढे की खाद वृद्धि में अपना योगदान प्रदान कर रहे थे! बरसता आसमान और इस कोहराम में हमें अपनी गाडी खड़ी करने के लिए कहीं जगह नहीं थी! जहाँ हमारी बस खड़ी थी, उससे काफी परे, दूर एक जगह गाड़ी खड़ी कर हम उतरे, पर तुरंत वापस गाड़ी में घुस गए! बारिश तेज़ है!
- ……. पूरे देश की एक-एक जनता ने हर आदमी और इंसान ने, हर सुहागनों ने बहनों ने माइयों और महिलाओं ने, छात्र-छात्राओं ने ' मन-वचन-कर्म ', ' तन-मन-धन ' से अपनी सेना का साथ दिया! राय साहब का परिवार, समस्त स्टाफ, लोहरदगा शहर की समस्त जनता और हरेक स्कूल के विद्यार्थियों ने ' अन्न-धन-वस्त्र_दान ' देकर और भारत माता की-जय-गरज कर अपनी सेना के दुखी परिवारों की सहायता की ; अपना साथ दिया ;
- वक्त से आगे निकल गए...... आदमी और इंसान फिल्म के लिए उन्हें फिल्म फेयर अवार्ड मिला! फिरोज खान ने ऊंचे लोग, मैं वहीं हूं, अपराध, उपासना, मेला, आग जैसी फिल्मों में शानदार काम कर प्रतिष्ठा अर्जित की! वे कई फिल्मों में अपने समकक्ष अभिनेताओं पर अपने आकर्षक और प्रभावशाली व्यक्तित्व तथा जबरदस्त डायलोग डिलीवरी की वज़ह से बहुत भारी पड़ते थे जिससे कई अभिनेता उनके साथ काम करने से घबराते थे! फिल्म धर्मात्मा, जानबाज, कुर्बानी, दयावान जैसी फिल्मों ने उन्हें बहुत शोहरत दिलाई!