आद्य शंकराचार्य वाक्य
उच्चारण: [ aadey shenkeraachaarey ]
उदाहरण वाक्य
- एवं चार धामों की स्थापना करने वाले आद्य शंकराचार्य (8.5) को अपना धर्मगुरु मानते
- श्रीमद् आद्य शंकराचार्य गोपालकृष्ण को ' सुपिच्छगुच्छ मस्तकम् ' कहकर उसकी विरुदावली गाते हैं।
- भगवद् पूज्यपाद श्रीमद् आद्य शंकराचार्य को ऐसा कौन व्यक्ति है जो न जानता हो।
- भगवद् पूज्यपाद श्रीमद् आद्य शंकराचार्य को ऐसा कौन व्यक्ति है जो न जानता हो।
- भगवद् पूज्यपाद श्रीमद् आद्य शंकराचार्य को ऐसा कौन व्यक्ति है जो न जानता हो।
- इसी आंशिक साम्य के कारण किसी ने आद्य शंकराचार्य को प्रच्छन्न बौद्ध कहा था।
- ' ' आनन्द लहरी '' में आद्य शंकराचार्य ने इसका विस्तृत वर्णन किया है ।
- इसी कारण से आद्य शंकराचार्य जी ने जगत / माया को अनिर्वचनीय कहा.
- दक्षिण भारत के केरल राज्य (तत्कालीन मलाबारप्रांत) में आद्य शंकराचार्य जी का जन्म हुआ था।
- आद्य शंकराचार्य जी ने ब्रह्म को सत्य और जगत को मिथ्या बताते हुए लिखा है,