इतिहासलेखन वाक्य
उच्चारण: [ itihaaselekhen ]
उदाहरण वाक्य
- उनका मार्क्सवादी चाहे जितना मोटा हो और चाहे जितने बड़े सामान्यीकरणों को जन्म देता हो, उनके इतिहासलेखन का माडल वही है, पद्धतिगत विरासत के बावजूद, प्राच्यवाद उनका मूल्यबोध नहीं है।
- दरअसल, सुदीप्त कविराज की यह बात सटीक है कि ये इतिहास लेखक इतिहास नहीं लिख रहे थे, बल्कि एक विचारधारा का निर्माण कर रहे थे और इतिहासलेखन इसमें सहायक था.
- पहली बात तो यह ही समझ में नहीं आती कि कोसंबी के इतिहासलेखन पर लिखी पुस्तक में उन पर व्यक्तिगत हमले क्यों किए गए हैं, और वह भी बिना किसी आधार के।
- आरक्षण लागू होने से अपने चमचों को उपकृत करने में बाधा आएगी सो विरोध तो होना ही है. कम्यूनिस्ट परंपरा में ब्राह्मणवाद के प्रति आग्रह तो वामपंथी इतिहासकारों के इतिहासलेखन में ही स्पष्ट हो जाता है.
- जाति के बारे में ‘मार्क्सवादी ' इतिहासलेखन पर हमेशा लिखी जानेवाली बातों के अलावा, इस पूरे पेपर से गैर-मार्क्सवादी (इसे भारतीय संदर्भ में जाने-पहचाने शब्दों जातिवादी और ब्राह्मणवादी होने से अलगाने वाली रेखा बहुत बारीक है)
- परिश्रमपूर्वक लिखे गए अपने इस महत्वपूर्ण लेख में आपने भारतेंदु के इतिहासलेखन के बहाने और उस समय की परिस्थितियों से बनी इतिहास-दृष्टि और समझ के आलोक में नई चेतना के स्रोत को बेहतर ढंग से देखा है।
- परिश्रमपूर्वक लिखे गए अपने इस महत्वपूर्ण लेख में आपने भारतेंदु के इतिहासलेखन के बहाने और उस समय की परिस्थितियों से बनी इतिहास-दृष्टि और समझ के आलोक में नई चेतना के स्रोत को बेहतर ढंग से देखा है।
- दूसरे कारणों पर प्रकाश डालते हुए वह लिखते हैं: “ वह इतिहासलेखन बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से निकाले जाने के अपमान का बदला लेने के लिए कर रहे थे, न कि इतिहास की गुत्थियों को सुलझाने के लिए।
- मसलन् यह सवाल उठता है कि नामी समीक्षकों ने हिंदी साहित्य का इतिहास क्यों नहीं लिखा? विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की मदद से अनेक विश्वविद्यालयों को इतिहासलेखन के लिए लाखों रूपये की अनुदान राशि मिली है लेकिन इतिहास सामने नहीं आया।
- इसलिए आश्चर्य नहीं कि अपने को मार्क्सवादी कहने और कहलाने वाले भगवान सिंह मार्क्सवादी इतिहासलेखन को साम्राज्यवादी इतिहासलेखन की धारा के अंतर्गत रखते हैं और रामशरण शर्मा, इरफान हबीब और रोमिला थापर जैसे इतिहासकारों को साम्राज्यवादी इतिहासलेखन का प्रतिनिधि मानते हैं।